रजनीकांत ने वितरकों को बनाया ‘भीखमंगा’
चेन्नई | मनोरंजन डेस्क: रजनीकांत ने फिल्म ‘लिंगा’ को वितरकों को भीख मांगने के लिये मजबूर कर दिया है. दरअसल, रजनीकांत अभिनीत फिल्म ‘लिंगा’ के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग कर रहे वितरक अब भीख मांग कर अपना विरोध जताएंगे. उन्होंने मुआवजे की अपनी मांग पूरी नहीं होने के कारण यह कदम उठाने का निर्णय लिया है. वितरकों ने पहले भी मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किए हैं. लेकिन उनका कहना है कि अब तक इस दिशा में सुनवाई नहीं हुई है, जिसके बाद मजबूरन उन्होंने भीख मांगकर विरोध जताने का निर्णय लिया है. उनका कहना है कि इसकी शुरुआत मंगलवार को रजनीकांत के घर के बाहर से हो सकती है.
वितरकों और थियेटर ने फिल्म के निर्माता वेंकटेश द्वारा 35 करोड़ रुपये की धनराशि लौटाने का अनुरोध ठुकराने के बाद विरोध का यह अनोखा तरीका अख्तिया करने का निर्णय लिया है.
वितरक सिंगारवाडिवेलन ने कहा, “पिछले महीने यह फैसला किया गया था कि अत्यधिक घाटे की स्थिति में हमें मुआवजा दिया जाएगा. इसके लिए रजनी सर ने अपने दोस्त और वितरक तिरुपुर सुब्रमण्यम की नियुक्ति की थी. उन्होंने हमारे द्वारा वहन घाटे की रकम सुनिश्चित की. हालांकि निर्माता 35 करोड़ रुपये का भुगतान करने से मना कर रहा है.”
वहीं, दूसरी तरफ तमिलनाड़ु फिल्म प्रोड्यूर्स काउंसिल ने सुपरस्टार रजनीकांत अभिनीत ‘लिंगा’ फिल्म के वितरकों के भीख मांगकर विरोध जताने के फैसले व फिल्म को हुए नुकसान के लिए रजनीकांत को जिम्मेदार ठहराने की निंदा की है.
टीएफपीसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “रजनी सर की फिल्मों का सफलता प्रतिशत हमेशा बहुत ऊंचा रहा है. उनकी फिल्म से जुड़ने वालों को आमतौर पर मोटा मुनाफा हुआ है. ‘लिंगा’ को हुए आर्थिक नुकसान के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना गलत है. हम वितरकों के हर्जाने के लिए भीख मांगने के फैसले की पुरजोर निंदा करते हैं.”
बयान में कहा गया, “रजनीकांत सर व फिल्म निर्माता वेंकटेश को परेशान करना अनैतिक है. इस मसले को सौहार्दपूर्ण तरीके से निपटाना होगा.”