रायपुर पर कांग्रेस में संशय बरकरार
रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के रायपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर बने संशय के बीच यहां से अचानक प्रतिभा पांडे का नाम भी सामने आया है. वह नक्सली हमले में शहीद हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल की बेटी हैं. उन्हें पहले महासमुंद से टिकट दिए जाने की चर्चा थी, पर वहां से अजीत जोगी प्रत्याशी बना दिए गए.
गुरुवार देर रात तक प्रतिभा के साथ मोहम्मद अकबर का नाम भी चर्चा में था, पर कांग्रेस के ही एक धड़े का यह दावा भी बार-बार आ रहा था कि अंतत : सत्यनारायण शर्मा ही बाजी मार लेंगे. उन्हें दिल्ली बुलाए जाने को महत्वपूर्ण घटनाक्रम बताया जा रहा है.
प्रतिभा पांडे की दावेदारी महासमुंद सीट से थी. महासमुंद वी.सी. शुक्ल की परंपरागत सीट थी. दिवंगत नेता वहां से सात बार सांसद रहे. झीरमघाटी की घटना में शुक्ल के निधन के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने पांडे को महासमुंद से उतारने का मन बनाया था. उन्हें वहां से तैयारी करने के लिए भी कह दिया गया था. प्रतिभा पांडे अस्थि कलश यात्रा से लेकर विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव तक क्षेत्र में सक्रिय रहीं.
सूत्रों के मुताबिक, शुक्ल परिवार की उपेक्षा से उनके समर्थकों में भारी नाराजगी है. उन्होंने कांग्रेस भवन में प्रदर्शन किया था. पूर्व मंत्री विधान मिश्रा ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, बी.के. हरिप्रसाद और मोतीलाल वोरा को पत्र लिखकर इसे शहीदों का अपमान बताया था.
टिकट वितरण को लेकर चल रही खींचतान से नाराज कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने रायपुर का टिकट फाइनल करने की प्रक्रिया से प्रदेश के नेताओं को अलग कर दिया है. इसी के चलते गुरुवार को दिल्ली में चली गतिविधियों में प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव को शामिल नहीं किया गया है. खुद सिंहदेव ने यह बात कही.
ऐसा माना जा रहा है कि रायपुर के मामले में पार्टी हाईकमान अपने स्तर पर फैसला करना चाहती है. एक-दो दिनों में रायपुर के प्रत्याशी को लेकर स्थिति साफ होने की संभावना है.