रायपुर में एम्स का लोकार्पण
रायपुर | एजेेंसी: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को रायपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की तीसरी शाखा का लोकार्पण किया. इस मौके पर आजाद ने घोषणा की कि बिलासपुर में 120 करोड़ की लागत से एक कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी.
एम्स की रायपुर शाखा में इस समय 160 मरीजों को रखे जाने का प्रबंध है. फिलहाल यहां सर्दी, खांसी, रक्तचाप, टाइफायड, मधुमेह, जोड़ों के दर्द व मनोरोग के अलावा उन सभी बीमारियों का इलाज किया जाएगा जिनमें बड़े ऑपरेशन की जरूरत न हो. रायपुर में एम्स की शाखा का शुरू किया जाना छत्तीसगढ़ ही नहीं पड़ोसी राज्यों के लोगों के लिए बड़ी सौगात है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आजाद ने इससे पहले 11 फरवरी को उत्तराखंड के ऋषिकेश में एम्स की एक शाखा का उद्घाटन किया था.
एम्स की रायपुर शाखा का संचालन वैसे तो 16 जनवरी से ही 20 बेड की सुविधा के साथ शुरू हो चुका है, जबकि 26 दिसंबर 2013 से यहां डे केयर यूनिट का संचालन किया जा रहा है और 11 विभागों की ओपीडी 5 जून 2013 से संचालित की जा रही है. लेकिन 27 फरवरी (गुरुवार) को स्वास्थ्य मंत्री ने औपचारिक रूप से अस्पताल का उद्धाटन किया. कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री डॉ. चरणदास महंत, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद रमेश बैस मौजूद थे.
अभी यहां अपातकालीन चिकित्सा सुविधा नहीं मौजूद है. ओपीडी में आने वाले मरीजों की जांच के बाद चिकित्सक प्राथमिकता के आधार पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करेंगे. गंभीर बीमारियों से संबंधित बड़े ऑपरेशन की सुविधा मौजूद नहीं होने के कारण ऐसे मरीजों को दूसरे बड़े अस्पतालों में भेज दिया जाएगा.
रायपुर शाखा में मुख्य ऑपरेशन थियेटर स्थापित होने तक मरीजों को थोड़ी पेरशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऑपरेशन थियेटर बनने और संचालन शुरू होने के बाद मरीजों के लिए अस्पताल 24 घंटे खुला रहेगा. आपातकालीन सेवा शुरू होने में अभी तीन से चार महीने का समय लग सकता है.