रायगढ़ मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म
रायगढ़ | एजेंसी: मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने रायगढ़ मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म कर दी है. एमसीआई ने कॉलेज में फैकल्टी समेत कई खामियां बताते हुए नए सत्र में प्रवेश के लिए मान्यता देने से इनकार कर दिया है
डीएमई की दौड़ में शामिल कॉलेज की डीन डॉ. नरिंदर कौर गांधी की लापरवाही का खुलासा करती हुई एमसीआई की रिपोर्ट के अनुसार, रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में पिछले साल नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एमबीबीएस की 50 सीटों पर 72 छात्रों को दाखिला दे दिया गया था.
डीएमई डॉ. मुखर्जी ने भी इस रिपोर्ट के बारे में कुछ समझ ही नहीं पा रहे हैं. वे इस रिपोर्ट को पूरी तरह गलत बता रहे हैं. प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में 2013-14 में प्रवेश के लिए पिछले साल जुलाई से सितंबर तक तीन चरणों में काउंसलिंग हुई थी. कॉलेज नया है और पिछले साल ही एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई शुरू हुई है. सेकेंड इयर में प्रवेश के पहले पिछले साल एमसीआई ने कॉलेज का निरीक्षण किया था. कॉलेज प्रबंधन को हाल ही में एमसीआई की रिपोर्ट मिली है.
एमसीआई ने कॉलेज में फैकल्टी समेत कई खामियां बताते हुए नए सत्र में प्रवेश के लिए मान्यता देने से इनकार कर दिया है. रिपोर्ट में जो चौंकाने वाली बात है, वह 50 सीटों पर 72 छात्रों का दाखिला होना है. रिपोर्ट जब कॉलेज प्रबंधन व डीएमई के हाथ लगी तो अधिकारियों के होश उड़ गए. वे समझ ही नहीं पाए कि इतनी बड़ी गलती आखिर ऐसे कैसे हो सकती है. कॉलेज प्रबंधन खुद इससे हैरान है.
गौरतलब है कि एमसीआई ने हाल के अपने दौरे में रायगढ़ मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द करने की अनुशंसा की थी.
इस वर्ष 26 जनवरी को रायपुर मेडिकल कॉलेज के एक छात्र की पिकनिक के दौरान हुई मौत में भी रायपुर मेडिकल कॉलेज में तय सीट से ज्यादा दाखिला देने का खुलासा हुआ था. 150 सीट की जगह 151 छात्रों को दाखिला दे दिया गया था. छात्र की मौत के बाद उस खाली सीट की भी गिनती की गई थी.
छत्तीसगढ़ के चिकित्सा संचालक डॉ. सुबीर मुखर्जी ने कहा कि जो भी खामिया हैं, उसे दूर किया जा रहा है. एमसीआई की रिपोर्ट ही गलत है.