छत्तीसगढ़

छमुमो नेता कलादास डहेरिया के घर NIA का छापा

रायपुर | संवाददाता: भिलाई में छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा और रेला कला मंच से जुड़े कलादास डहेरिया के घर आज सुबह NIA की छापामारी की कार्रवाई हुई. एनआईए की टीम ने रांची में दर्ज़ एक मामले की पूछताछ के लिए पहुंची थी.

इधर स्थानीय पुलिस ने कहा है कि एनआईए की टीम ने कुछ जगहों पर छापा मारा है. लेकिन पुलिस ने संबंधित मामलों की जानकारी से इंकार किया .

एक स्थानीय अधिवक्ता ने बताया कि सुबह 4-5 गाड़ियों में भर कर आए लोगों ने छापामारी की कार्रवाई की,इन गाड़ियों में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान भी शामिल थे.

इस दौरान आसपास के घरों से भी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई.




कलादास डहेरिया मज़दूर संगठनों में सक्रिय रहे हैं. वे छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा की मज़दूर कार्यकर्ता समिति से संबद्ध हैं.

इसके अलावा वे रेला नामक एक जनवादी सांस्कृतिक संगठन के भी मुखिया हैं.

पूछताछ के बाद टीम लौटी

कई घंटों की पूछताछ और जांच के बाद एनआईए की टीम लौट गई.

यह टीम रांची से आई थी, जिसका नेतृत्व एनआईए के उपाधीक्षक अभय कुमार सिंह

कलादास डहरिया ने मीडिया से बातचीत में कहा-“एनआईए की टीम तड़के पांच बजे के आसपास घर पहुंची थी.”

उन्होंने कहा-“टीम में शामिल लोग मुझसे जानना चाह रहे थे कि मेरा देश विरोधी तत्वों या माओवादियों से कोई संबंध है क्या? मुझे जानने वाले इस बात को बेहतर जानते हैं कि मैं किस तरह मज़दूरों, किसानों के हक़ के लिए काम करता हूं. मुझे 1 अगस्त को एनआईए की टीम ने रांची बुलाया है.”

उन्होंने कलादास से रांची में दर्ज़ एक मामले की संलिप्तता के बारे में जानना चाहा.

कलादास ने कहा कि वे सरकार की जन विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ बोलते हैं, इसलिए उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि वे जनता के हक़ में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

किस मामले में हुई पूछताछ

एनआईए ने रांची में 2022 में दर्ज़ एक मामले में पूछताछ का हवाला दिया है.

एनआईए के दस्तावेज़ों के अनुसार पिछले साल 23 अगस्त को एनआईए रांची ने एक मामला दर्ज़ किया था.




दर्ज़ मामले के अनुसार 2 जुलाई 2022 को झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने विश्वसनीय जानकारी के आधार पर, 03 व्यक्तियों साखु प्रधान, समरु खड़िया और सुखराम मुंडा को गुमला, झारखंड से हिरासत में लिया गया था. जहां उनके पास से सीपीआई माओवादी से संबंधित एक पत्र सुखराम मुंडा के पास से जप्त किया गया था.

एनआईए के अनुसार पूछताछ करने पर, गिरफ्तार व्यक्तियों ने यह राज खोला कि वे सीपीआई माओवादी के सौरभ दा, बच्चा सिंह, लाज़िम अंसारी, नासिर अंसारी, छोटू और सुकरा उरांव के लिए काम कर रहे थे.

उनसे जो पत्र बरामद किया गया था, वह माओवादी नेता सौरभ दा द्वारा लिखा गया था और उन्हें दामोदर तुरी द्वारा दिया गया था.

इस मामले में 2 जुलाई 2022 को चाईबासा के आनंदपुर थाने में एफआईआर क्रमांक 16/2022 दर्ज़ किया गया था. इसके बाद एनआईए ने इस मामले में 23 अगस्त 2023 को रांची में मामला दर्ज़ किया और एनआईए के पुलिस उपाधीक्षक सुबोध शर्मा को इस मामले में जांच अधिकारी बनाया गया था.

इस ख़बर को 9:30 AM को अपडेट किया गया है.

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