राष्ट्र

राहुल को आज चुनाव की बागडोर

नई दिल्ली | संवाददाता: आज राहुल गांधी को कांग्रेस के चुनाव प्रचार की बागडोर सौंपी जायेगी. शुक्रवार को हुए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से स्पष्ट हो गया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सम्मेलन में राहुल गांधी को कांग्रेस के चुनाव प्रचार
की बागडोर सौंपी जायेगी. राहुल गांधी को केवल चुनाव की बागडोर देने के पीछे कांग्रेस की दीर्घकालिक रणनीति है.

देश के ताजा राजनीतिक हालात को देखते हुए कांग्रेस कभी नहीं चाहेगी कि 2014 के चुनाव में यदि कांग्रेस की हार होती है तो उसके दाग राहुल गांधी के दामन पर लगे. कांग्रेस राहुल गांधी को लेकर कोई भी खतरा मोल नहीं लेना चाहती है. राहुल गांधी
कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं तथा उन्हें चुनाव प्रचार समिति का प्रधान बनाने के पीछे रणनीति यह है कि यदि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रधानमंत्री पद मिलता है तो वह राहुल को मिले.

पहले यह कयास लगाये जा रहे थे कि राहुल गांधी को कांग्रेस का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जायेगा परन्तु कांग्रेस ने उसे अपना भविष्य का नेता घोषित करने में ही भलाई समझी है. लगातार आ रहे चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों से साफ है कि कांग्रेस आगामी लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी रहने नहीं जा रही है. ऐसे में इस बात की संभावना है कि कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार न भी बने. इसलिये राहुल को अभी से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करके कांगेस अपनी किरकिरी नहीं कराना चाहती है.

आगामी लोकसभा चुनाव में संभावनाओं को लेकर आशंकित आज के अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के बैठक के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश करेगी की राहुल गांधी ही भविष्य के कांग्रेस अध्यक्ष तथा प्रधानमंत्री हैं. वैसे भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कुछ दिनों पहले संवाददाता सम्मेलन में साफ कर दिया था कि कांग्रेस से भविष्य में वे प्रधानमंत्री नहीं होंगे.

सोनिया गांधी ने कांग्रेस के परंपराओं का हवाला देते हुए राहुल गांधी को चुनाव के पहले प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने से रोक दिया है लेकिन उनके जहन में भी यह बात है कि मनमोहन की विरासत राहुल गांधी को मिले.कांग्रेस राहुल गांधी को 2014 में ही नहीं 2019 के लोकसभा चुनाव तक रणनीतिक रूप से खोना नहीं चाहती है. इसलिये वह मोदी के समान बड़ा दांव खेलने के मूड में नहीं है.

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