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आरएसएस पर राहुल के बयान से भड़के भाजपा नेता

नई दिल्ली | डेस्क : अमरीका में राहुल गांधी के आरएसएस को लेकर दिए बयान पर बहस जारी है. असल में राहुल गांधी ने अमरीका में आरएसएस पर निशाना साधा था.

राहुल गांधी ने कहा था, ”आरएसएस मानता है कि भारत ‘एक विचार’ है, जबकि हम मानते हैं कि भारत ‘कई विचारों’ से बना है. हम अमेरिका की तरह मानते हैं कि हर किसी को सपने देखने का अधिकार है, सबको भागीदारी का मौक़ा मिलना चाहिए और यही लड़ाई है.”

उनके इस बयान पर भाजपा के गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को आरएसएस की समझ नहीं है. उन्हें आरएसएस को समझने के लिए फिर से जन्म लेना पड़ेगा.

उन्होंने कहा, “मैं बार-बार कह रहा हूं कि राहुल गांधी इस जन्म में आरएसएस को नहीं समझ पाएंगे, क्योंकि यह संगठन भारतीय संस्कार और संस्कृति से पैदा हुआ है.”

इधर भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा, “कभी-कभी राहुल गांधी को समझना आसान नहीं होता है, उनके गुरु सैम पित्रोदा कहते हैं. उनकी गलतियां ऐसी होती हैं, जिनसे ब्लूपर्स बनते हैं.”

अब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मामले में संघ पर हमला बोला है.

पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने केवल मोहन भागवत की कही गई बात को ही तो दोहराया है. मोहन भागवत ने अक्सर भारत की महिलाओं को रसोई तक, घर की दीवारों तक ख़ुद को सीमित रखने और बाहर ना निकलने की सलाह दी है.

पवन खेड़ा ने कहा कि मोहन भागवत की ही कही गई बात को कह देने में ऐसा क्या ग़लत है? क्या भारतीय जनता पार्टी इन दिनों मोहन भागवत के इतने ख़िलाफ़ है कि वो ये नहीं चाहते कि हम उनकी बात का ज़िक्र तक करें ?

पवन खेड़ा ने कहा है कि आरएसएस को भारत की कोई समझ नहीं है. उन्होंने भारत के संविधान का भी आख़िर तक विरोध किया था, जब वो संभव नहीं हो पाया तब जाकर उन्होंने संविधान को स्वीकारा. उन्होंने 52 साल तक तिरंगे का भी विरोध किया था. क्या ये बात किसी से छुपी है?

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