मोदी ओबीसी पैदा नहीं हुए थे- राहुल गांधी
रायगढ़ | संवाददाता: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर जाति जनगणना की बात उठाते हुए कहा कि पीएम मोदी ओबीसी पैदा नहीं हुए थे. सन 2000 में उनकी जाति को भाजपा ने ओबीसी में शामिल किया. भारत जोड़ो यात्रा में रायगढ़ पहुंचे राहुल गांधी ने अडानी समूह पर भी निशाना साधा.
अपनी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि जब भारत जोड़ो यात्रा खत्म हुई तो लोगों ने कहा कि आपने कन्याकुमारी से कश्मीर की यात्रा तो कर ली, लेकिन जो बाकी राज्य छूट गए उनका क्या. इसके बाद हमने मणिपुर से न्याय यात्रा शुरू की. इसलिए हमने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान जारी रखी.
राहुल गांधी ने कहा कि देश में 50 फीसदी लोग ओबीसी, 23 फीसदी लोग दलित आदिवासी हैं. इसके बाद भी उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा है. फिर भी ये लोग न तो ब्यूरोक्रेट हैं और न ही इनके हाथ में कोई अधिकार है, ऐसे में भारत कैसे जुड़ सकता है. दो सौ कॉर्पोरेट में से टॉप मैनेजमेंट में न एक ओबीसी है, न दलित है और न ही आदिवासी. दिल्ली में नब्बे अफसरों में महज तीन ओबीसी हैं, एक आदिवासी, तीन दलित हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि 73 फीसदी लोगों में सवर्ण गरीब भी हैं. अडाणी जी की कंपनी में भी गरीब, ओबीसी, दलित-आदिवासी नहीं हैं. अगर मिल गया तो मैं जाति जनगणना की मांग नहीं करूंगा.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी पार्लियामेंट में कहते हैं ओबीसी वर्ग को भागीदारी की क्या जरूरत, मैं ओबीसी हूं. सबसे पहले मैं आपको बताना चाहता हूं कि आप लोगों को भयंकर बेवकूफ बनाया जा रहा है. नरेंद्र मोदी जी ओबीसी नहीं पैदा हुए थे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी तेली कास्ट में गुजरात में पैदा हुए थे. उनको उनकी कम्युनिटी को बीजेपी ने साल 2000 में ओबीसी बनाया. आपके प्रधानमंत्री ओबीसी नहीं पैदा हुए, प्रधानमंत्री जनरल कास्ट पैदा हुए. वे पूरी दुनिया में झूठ बोल रहे हैं कि वे ओबीसी पैदा हुए.
राहुल गांधी ने कहा कि ये पूरी जिंदगी में जाति जनगणना नहीं करेंगे. जाति जनगणना कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी करेगा. ये 24 घंटे कहते हैं, मैं ओबीसी हूं. मैं कहता हूं कि मोदी जी आप ओबीसी नहीं, आप जनरल कास्ट के हैं. इसलिए हम जानना चाहते हैं कि देश में किस जाति के कितने लोग हैं. ये सामाजिक न्याय की बात है. कांग्रेस इससे पीछे हटने वाली नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सैलरी 1 लाख 60 हजार रुपए महीना है. सुबह उनको देखो एक सूट पहनेंगे 2-3 लाख का. फिर शाम को दूसरा सूट-शॉल पहनेंगे 4-5 लाख का. लंच में देखो नया सूट पहनेंगे, जूता पहनेंगे 3-4 लाख के. मतलब 7-8 लाख रुपए दिन के. ऐसे में 1 लाख 60 हजार रुपए महीना आ रहा है और खर्च कर रहे हैं 2-3 करोड़ रुपए, ये कहां से आ रहा है?