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हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, नफ़रत नहीं फैला सकता-राहुल गांधी

नई दिल्ली। संवाददाताः लोकसभा में सोमवार को विपक्ष के नेता के तौर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पहला भाषण दिया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने भाजपा और मोदी सरकार को जमकर घेरा.

सोमवार को सदन में राहुल गांधी के एक के बाद एक आरोपों के बीच गृहमंत्री अमित शाह भड़क गए. उन्होंने स्पीकर ओम बिरला पर आरोप लगाते हुए कहा, “आप एकतरफ़ा नियमों के ऊपर जा कर रियायत दे रहे हो मान्यवर! हमें संरक्षित करिए. ऐसा नहीं चलता.”

असल में सदन में राहुल गांधी ने सरकार पर एक के बाद एक हमले किए. एक वक्त तो ऐसा आया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हस्तक्षेप करना पड़ा.

राहुल गांधी ने कहा कि ‘भाजपा लगातार संविधान पर हमला कर रही थी, तभी इसका जवाब जनता ने चुनाव में दिया. यही नहीं, मेरे पर भी हमले हुए. मेरे पर कई केस दर्ज किए गए, यहां तक की मुझे 2 साल की सजा भी सुना दी गई. मुझे मीडिया भी टारगेट करता रहा, लेकिन जनता ने जवाब दिया.’

राहुल ने इसके बाद सदन में भगवान शिव का चित्र दिखाते हुए कहा कि ‘हम सब भगवान शिव की शरण में थे. इसी से हमें ऐसे लोगों से लड़ने में मदद मिली. भगवान शिव ने जहर पी लिया था और वो नीलकंठ हो गए थे, वहीं से हमने सीखा और कई जहर पिए.’

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसके बाद भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि ‘इस्लाम में ये बताया गया है कि पैगंबर कहते हैं कि ईश्वर हमारे साथ हैं, इसलिए डरना नहीं है. उन्होंने कहा कि सिख पंथ के गुरु नानक जी का भी यही संदेश है.’

राहुल गांधी ने भगवान शिव का चित्र दिखाकर कहा कि “शिवजी कहते हैं कि डरो और डराओ मत. शिवजी ये संदेश देते हैं, लेकिन खुद को हिंदू कहने वाले खुद पूरा दिन हिंसा-हिंसा करते हैं. हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत नहीं फैला सकता. नफरत तथा डर फैलाने वाले हिंदू नहीं हैं, क्योंकि ये 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं.”

राहुल गांधी के इस बयान पर संसद में जमकर हंगामा हुआ.

भाजपा ने कहा कि यह पूरे हिंदू समाज को हिंसा करने वाला बताना हुआ. यहां तक कि पीएम मोदी भी खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना अपमानजनक है. राहुल गांधी ने हिंदुओं का अपमान किया है.

राहुल गांधी के बयान पर अमित शाह भी अपनी सीट से उठ गए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपने बयान से हिंदुओं का अपमान किया है. उन्होंने राहुल गांधी से माफी की मांग की. अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को सभी हिंदुओं को हिंसक बताने वाले अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए. करोड़ों लोग हिंदू होने पर गर्व करते हैं, क्या राहुल गांधी सोचते हैं कि वे सभी हिंसक हैं.

राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि भाजपा और मोदी पूरा हिंदु समाज नहीं हैं.

राहुल गांधी ने मोदी सरकार की अग्निवीर योजना पर तीखे हमले करते हुए कहा कि ‘एक बारूदी सुरंग से एक अग्निवीर शहीद हुआ. मैं उसे शहीद कह रहा हूं, लेकिन भारत सरकार और नरेंद्र मोदी उसे शहीद नहीं कहते, उसे अग्निवीर कहते हैं, उसे पेंशन नहीं मिलेगी. उस घर को मुआवज़ा नहीं मिलेगा. शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा.’

राहुल गांधी ने कहा कि ‘भारत के एक आम जवान को पेंशन मिलेगी लेकिन एक अग्निवीर को जवान नहीं कहा जा सकता. अग्निवीर यूज़ एंड थ्रो मज़दूर हैं. उसे आप छह महीने की ट्रेनिंग देते हैं, जिसे दूसरी तरफ़ पांच साल की ट्रेनिंग पाए चीन के जवान के सामने खड़ा कर दिया जाता है.’

सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि ‘एक जवान और दूसरे जवान के बीच फूट डाल देते हो. एक को पेंशन मिलेगी, शहीद का दर्ज़ा मिलेगा और दूसरे को न तो पेंशन मिलेगी न ही शहीद का दर्जा मिलेगा. और फिर अपने आपको देश भक्त कहते हो. यह कैसी देश भक्ति है.’

राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक मसले पर भी बीजेपी को घेरा.

उन्होंने कहा कि ‘नीट परीक्षा अमीरों के लिए है. मैंने कई उम्मीदवारों से बात की है. उनका कहना था कि परीक्षा का पैटर्न ही इस तरह है कि ये अमीरों का मदद करता है. हम चाहते थे कि नीट पर एक दिन की चर्चा हो. ये काफी जरूरी मामला है. दो करोड़ युवाओं को नुकसान हुआ है. बीते सात सालों 70 बार पेपर लीक हुए हैं. हम चाहते थे कि एक दिन इसपर चर्चा हो.’

राहुल गांधी ने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या ने बीजेपी को मैसेज दिया. अवधेश पासी की ओर संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि ये मैसेज आपके सामने बैठे हुए हैं. मैंने कल कॉफी पीते हुए इनसे पूछा कि हुआ क्या. आपको कब पता लगा कि आप अयोध्या में जीत रहे हो. इन्होंने कहा कि पहले दिन से पता था. अयोध्या में एयरपोर्ट बना, जमीन छिनी गई और आज तक मुआवजा नहीं मिला है. जो भी छोटे-छोटे दुकानदार थे, छोटी-छोटी बिल्डिंग्स थी, सबको गिरा दिया गया और उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया. अयोध्या के इनोग्रेशन में अयोध्या की जनता को बहुत दुख हुआ. अंबानी जी थे, अडानी जी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था. अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदीजी ने भय…उनकी जमीन ले ली, घर गिरा दिए लेकिन इनोग्रेशन तो छोड़ो उसके बाहर तक नहीं जाने दिया.

राहुल गांधी ने किसानों के आंदोलन का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि ‘सरकार को इतना अहंकार हो गया कि किसानों को आतंकवादी कह दिया. हम किसान आंदोलन में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखना चाहते थे, लेकिन आपने ये कहते हुए इनकार कर दिया के वे आतंकवादी हैं. सरकार अभी भी उन्हें एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दे पाई है.’

मणिपुर हिंसा पर सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘सरकार इस राज्य को भारत का हिस्सा नहीं मानती. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इस पर एक शब्द नहीं बोलते जैसे मणिपुर इस देश का अंग ही नहीं है. राजनीति और बीजेपी की नीतियों ने मणिपुर को आग में झोंक दिया है. बीजेपी ने इसे गृह युद्ध के कगार पर धकेल दिया है.’

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