केंद्र का अध्यादेश बकवास-राहुल गांधी
नई दिल्ली | संवाददाता: राहुल गांधी ने अपनी ही सरकार पर हमला बोल कर लोगों को चौंका दिया है. शुक्रवार को राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुये यहां तक कह दिया कि केंद्र सरकार द्वारा दागी जनप्रतिनिधियों की सदस्यता बचाने के लिए लाए गए अध्यादेश को फाड़कर फेंक देना चाहिए. इधर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि वे भारत लौटने पर इस पर फिर से विचार करेंगे.
आनन-फानन में बुलाई गई एक प्रेस कांफ्रेस में राहुल गांधी ने कहा कि यह समय इस बकवास को रोकने का है. मेरे विचार से अध्यादेश पूरी तरह बकवास है और इसे फाड़कर फेंक देना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि यह अध्यादेश एक राजनीतिक विचार विमर्श का परिणाम है और इस समय मेरी पार्टी सहित सभी दलों को इस तरह के समझौते रोक देने चाहिए.
राहुल गांधी ने सरकार की आलोचना करते हुये कहा कि जैसे तर्क दिए जा रहे हैं और मेरे संगठन में भी जिस तरह से बहस हुई है और मैंने सुना है कि ऐसा राजनीतिक मजबूरियों के कारण करने की जरूरत है. सभी ऐसा करते हैं, कांग्रेस ऐसा करती है, भाजपा ऐसा करती है, जनता दल ऐसा करती है, समाजवादी पार्टी ऐसा करती है. चाहे कांग्रेस हो या भाजपा हम ऐसे छोटे समझौते जारी नहीं रख सकते. मेरी इसमें रुचि नहीं है कि विपक्ष के नेता क्या कह रहे हैं. मेरी इसमें रुचि नहीं है कि कांग्रेस पार्टी क्या कर रही है. मेरा निजी तौर पर मानना है कि सरकार ने यह अध्यादेश लाकर गलती की है.
इधर राहुल की इस टिप्पणी से भौंचक सरकार और कांग्रेस नेता इस पर कुछ भी बोलने से बचते रहे. हालांकि कांग्रेस के संचार प्रभाग के प्रमुख अजय माकन राहुल गांधी के साथ खड़े नज़र आये. उन्होंने कहा कि राहुल हमारे नेता हैं. उनका रुख अब कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक रुख है.
अजय माकन ने कहा कि परिस्थिति विकसित हुई है. राहुल गांधी स्वतंत्र सोच वाले व्यक्ति हैं. यदि वह अध्यादेश का विरोध कर रहे हैं तो कांग्रेस भी इसका विरोध करती है.
इधर वाशिंगटन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि दागी जनप्रतिनिधियों के बचाव के लिए लाए गए भारत सरकार के विवादास्पद अध्यादेश पर कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी पर उनके स्वदेश लौटने पर विचार होगा.