कवासी लखमा से ईडी की पूछताछ, बोले-भगवान छोड़ेगा नहीं…
रायपुर|संवाददाताः छत्तीसगढ़ सरकार के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के दफ्तर पहुंचे. साथ में बेटे कवासी हरीश भी थे. दोनों नेता सुबह करीब 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंच गए थे. शराब घोटाले मामले में दोनों से पूछताछ हो रही है.
इधर ईडी दफ्तर में जाने से पहले कवासी लखमा ने कहा मैं निर्दोष हूं. गरीब आदमी हूं, सरकार जानबूझकर फंसा रही है.
लखमा ने कहा कि जो भी मुझे परेशान करेगा ऊपरवाला उसे नहीं छोड़ेगा. उन्होंने कहा कि और गाड़ी से जितने कागजात मिले हैं, वो विधानसभा से संबंधित थे. कहीं पर भी कैश और फूटी कौड़ी नहीं मिली. ये लोग सब कुछ कर सकते हैं पर सच को छुपा नहीं सकते.
इससे पहले कवासी लखमा को 30 दिसंबर को समन जारी कर ईडी दफ्तर बुलाया गया था. लेकिन लखमा के नहीं पहुंचने पर ईडी ने एक और समन जारी कर उन्हें और उनके बेटे हरीश को पूछताछ के लिए आज यानी 3 जनवरी को बुलाया गया था. इसी के चलते कवासी लखमा आज रायपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय उपक्षेत्र कार्यालय पहुंचे हैं.
इससे पहले ईडी की टीम ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी और कुछ करीबी लोगों के यहां 28 दिसंबर 2024 को छापा मारा था. ईडी ने कवासी लखमा के राजधानी रायपुर के धरमपुरा स्थित बंगले पर छापा मार कार्रवाई की थी.
वहीं हरीश के सुकमा स्थित घर पर दबिश दी थी. साथ ही कवासी के करीबी सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित घर और सुकमा में नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी थी.
पूर्व मंत्री के बेटे हरीश कवासी सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष हैं.
बता दें कि जिस समय शराब घोटाला उजागर हुआ था उस समय कोंटा विधायक कवासी लखमा राज्य के आबकारी मंत्री थे.
ईडी की टीम ने छापेमारी के बाद गुरुवार को बयान जारी कर जानकारी दी थी कि शराब घोटाला मामले में कवासी लखमा के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं. कवासी लखमा द्वारा नकद में (पीओसी) प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी की अपराध से अर्जित आय के उपयोग से जुड़े सबूत जुटाने में सक्षम हो गया है. इसके अलावा तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गई है. जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं.