पुनीत गुप्ता करेंगे आत्मसमर्पण ?
रायपुर | संवाददाता : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद डॉक्टर पुनीत गुप्ता सोमवार को आत्मसमर्पण करेंगे ? राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस मामले में रमन सिंह और भाजपा को लेकर उठने वाले सवालों के कारण यह फैसला लिया गया है. हालांकि इस आत्मसमर्पण की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है.
दूसरी ओर कहा जा रहा है कि डॉक्टर गुप्ता की जमानत पर 12 अप्रैल को हाईकोर्ट में सुनवाई है. उसके बाद ही अगली कार्रवाई के बारे में विचार किया जायेगा.
रमन सिंह के दामाद डॉक्टर पुनीत गुप्ता अब तक फरार हैं. पुलिस को आशंका है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह के दामाद कहीं विदेश न भाग जायें. यही कारण है कि उनके लिये लुकआउट कार्नर नोटिस जारी किया गया है.
रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता पर डीकेएस सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल का अधीक्षक रहते हुये भ्रष्टाचार करने के कई गंभीर आरोप हैं. आरोप है कि उन्होंने 50 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ियां की हैं.
डिग्री पर सवाल
इसके अलावा बिना उचित सहमति के उन पर गैरजरुरी मशीने खरीदने, अस्पताल की जमीन को गिरवी रखने, मनमानी नियुक्तियां करने का आरोप है.
नौकरी में रहते हुये गलत तरीके से अवकाश लेने और फिर से नौकरी पा लेने के आरोप भी उन पर हैं.
उनकी डिग्री को लेकर भी सवाल हैं कि उन्होंने 3 साल से पहले ही डिग्री भी ले ली है.
2014 में अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव के दौरान अंतिम समय में कांग्रेस के प्रत्याशी मंतूराम पवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. इस मामले में भी एक कथित टेप में पुनीत गुप्ता पर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में काम करते हुये कथित रुप से पैसों के लेनदेन का मामला दर्ज है.
उनके खिलाफ दर्ज मामलों के लिये पुलिस ने छापामारी भी की है. लेकिन पुनीत गुप्ता अब तक फरार हैं.
हालांकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और डॉक्टर पुनीत गुप्ता के ससुर रमन सिंह ने सारी कार्रवाइयों को बदले की नीयत से की गई कार्रवाई बताया है. उन्होंने कहा कि समय आने पर पुनीत सामने आयेगा.
रमन सिंह का कहना है कि मामला अदालत में पहुंचेगा तो दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा.
लेकिन कहा जा रहा है कि हर दिन दामाद को लेकर उठने वाले सवालों से रमन सिंह और भाजपा सवालों के घेरे में हैं. कांग्रेस हर दिन इस मामले पर भाजपा को घेर रही है और भाजपा को जवाब देते नहीं बन रहा है.
भाजपा हालांकि कह चुकी है कि यह व्यक्तिगत मामला है और इस मामले से उसने दूरी बना कर रखी है. लेकिन कांग्रेस पार्टी किसी भी स्थिति में इस मसले को हाथ से नहीं जाने देना चाहती. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रेस कांफ्रेंस से लेकर अपनी सभाओं तक में चौकीदार के चोर होने का हवाला देते हुये पुनीत गुप्ता का उदाहरण दे रहे हैं.