पुणे हादसा: मृतकों की संख्या बढ़ी
पुणे | समाचार डेस्क: मालिण गांव में हुए भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है. यह जानकारी बचावकर्मियों ने दी.
राष्ट्रीय आपदा कार्य बल, एनडीआरएफ की टीमें और अन्य एजेंसियों ने पिछले दो दिनों के दौरान मलबे के नीचे दबे 23 लोगों को बचा लिया है.
लगभग 200 की आबादी वाला यह गांव बुधवार तड़के हुए भूस्खलन के कारण लगभग पूरी तरह मलबे में दफन हो गया.
यह जानकारी भी सामने आई है कि गांव में स्थित एक मंदिर परिसर में एक प्लेटफार्म पर सोए दो दर्जन से अधिक लोग, जिनमें ज्यादातर एक स्कूल के विद्यार्थी थे, संभवत: इस आपदा में मारे गए हैं.
स्कूल के शोकसंतप्त शिक्षकों ने मीडिया से कहा कि उनमें से अधिकांश या तो पास से बह रही नदी में बह गए या मंदिर के साथ वहीं दफन हो गए.
एनडीआरएफ की एक टीम ने लोगों की तलाश के लिए नदी के किनारे अभियान शुरू किया है. यह नदी लगातार हो रही बारिश की वजह से उफान पर है.
राहत एवं बचाव टीम सभी बाधाओं को पार करते हुए करीब 130 लोगों की तलाश में जुटी हुई है, जिनके मलबे में दबे होने की आशंका है.
एनडीआरएफ अधिकारियों ने कहा कि अब और जीवित लोगों का मिलने की संभावना न के बराबर है, क्योंकि उनकी मशीनों को ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है.
शुक्रवार सुबह से भारी बारिश और तेज हवाएं बंद हैं, लिहाजा एनडीआरएफ ने बचाव कार्य तेज कर दिया है, जो रविवार तक चलेगा.
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में घोषणा की कि प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये, सभी घायलों को मुफ्त चिकित्सा और जीवित बचे लोगों को पूर्ण पुनर्वास मुहैया कराया जाएगा.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने गुरुवार को मालिण का दौरा किया और राहत एवं बचाव कार्यो का जायजा लिया.