फर्जी मुठभेड़ पर बस्तर पूरी तरह बंद
जगदलपुर | संवाददाता: सुरक्षाबलों द्वारा पीडिया व गोमागाल में कथित फर्ज़ी मुठभेड़ में 12 आदिवासियों की हत्या के विरोध में बस्तर बंद का व्यापक असर रहा. बंद का आह्वान सर्व आदिवासी समाज ने किया था.
जगदलपुर, बीजापुर और सुकमा में सुबह से दुकानें नहीं खुलीं. इसके अलावा यात्री बसों का परिवहन भी पूरी तरह ठप्प रहा.
हालांकि बंद से स्वास्थ्य सेवाओं को मुक्त रखा गया था.
कांकेर, कोंडागांव और नारायणपुर ज़िले में भी बंद का व्यापक असर रहा.
सर्व आदिवासी समाज के इस बंद को चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया था.
पुलिस दावा करती रही है कि इस महीने की 10 तारीख को पीडिया गांव में उन्होंने 12 माओवादियों को एक मुठभेड़ में मार गिराया है.
इसके उलट मामले की अलग-अलग जांच के बाद कांग्रेस पार्टी ने इसे फर्जी मुठभेड़ करार दिया है.
सीपीआई ने भी जांच के बाद कहा कि मारे जाने वाले लोग आदिवासी थे, वे तेंदू पत्ता तोड़ने गए थे.
वहीं सर्व आदिवासी समाज ने जांच के बाद कहा कि आदिवासियों को घेर कर मारा गया.