गरीब अब अमीर हो रहे: मोदी
वाराणसी/बलिया | समाचार डेस्क: पीएम मोदी ने कहा असमर्तो को समर्थ बना देश मजबूत बन सकता है. उन्होंने कहा कि केन्द्र की नीतियों के कारण गरीब अब अमीर बन रहे हैं. प्रधानमंत्री जनधन योजना का उल्लेख करते हुये उन्होंने यह बात कही. प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कर दिया कि केन्द्र की योजनायें वोट बैंक को मजबूत करने के लिये जनता को मजबूती प्रदान करने के लिये है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बनारस में ई-नौका और ई-रिक्शा की सवारी की. उन्होंने कहा कि भारत को अपने गरीबों को समर्थ बनाकर और मजबूत बनना है. मोदी बलिया में ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ का शुभारंभ कर हेलीकॉप्टर से अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे. इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की पांच करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त रसोईगैस की सुविधा मिलेगी.
बनारस में गंगा के अस्सी घाट पर नौका पर चढ़ने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, “वोट बैंक को मजबूत करने वाली नहीं, जनता को मजबूत बनाने वाली योजनाएं महत्वपूर्ण हैं.”
मोदी ने कहा, “हम गरीबों को समर्थ बना रहे हैं, ताकि वे गरीबी से लड़ सकें.”
उन्होंने कहा, “जनधन योजना से यह सामने आया है कि गरीब अब अमीर होने लगे हैं.”
मोदी ने कहा, “वास्तव में यह संतुष्टि की बात है कि गरीबों के लिए दिन-रात काम किया गया.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह देश, हमारी सरकार और हमारे बैंक गरीबों के लिए हैं.”
मोदी ने बनारस में ई-रिक्शा वितरित किए और अस्सी घाट पर पर्यावरण के अनुकूल ई-बोट योजना का शुभारंभ किया.
उन्होंने कुछ ई-रिक्शा पाने वालों से बातचीत भी की.
मोदी ने अपने दिन की शुरुआत बलिया से की. वहां उन्होंने कुछ रसोई गस के कनेक्शन गरीबों को दिए.
इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2016 से 2019 के बीच गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की पांच करोड़ महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे.
खुद को ‘मजदूर नंबर वन’ बताते हुए उन्होंने कहा, “बलिया की धरती क्रांतिकारियों की भूमि रही है. मई दिवस पर इस देश का मजदूर नंबर वन’ सभी मजदूरों को कोटि-कोटि नमन करता है.” उन्होंने कहा कि मजदूरों के पसीने में दुनिया को जोड़ने की ताकत है.
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने मजूदरों के लिए श्रम कानूनों में आमूल-चूल परिवर्तन किया है. देश में तीस लाख से ज्यादा श्रमिक ऐसे थे, जिनमें किसी को 100 रुपये तो किसी को 15 रुपये पेंशन मिलती थी. लेकिन उनकी सरकार ने पेंशन की न्यूनतम राशि 1000 रुपये कर दी है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वाचल के लोगों ने उन्हें प्यार दिया है और इस कर्ज को वह यहां विकास के जरिए चुकाएंगे. इस दौरान मोदी ने सब्सिडी छोड़ने वालों की प्रशंसा भी की. उन्होंने कहा कि एक करोड़ 10 लाख से ज्यादा परिवारों ने सब्सिडी छोड़ी है और उनका सम्मान किया जाना चाहिए.
मोदी ने कहा, “मैं बलिया में चुनाव का बिगुल बजाने नहीं आया हूं. बलिया इसलिए आया हूं कि यहां सबसे कम परिवारों को रसोई गैस मिलती है और हमें यहां गैस कनेक्शन की संख्या बढ़ानी है.”
उन्होंने कहा कि तीन साल के भीतर पांच करोड़ गैस कनेक्शन देशभर में गरीब परिवारों तक पहुंचाने हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बचपन में कई बार जब उनकी मां उन्हें खाना परोसती थीं तो कमरे में फैले धुएं की वजह से वह उसे देख भी नहीं पाते थे.
मोदी ने कहा, “जब तक मतपेटियों को ध्यान में रखकर गरीबों के लिए योजानाएं बनेंगी, तब तक गरीबी नहीं जाएगी. गरीबों को ध्यान में रखकर योजानाएं बनाई जानी चाहिए.”
उन्होंने इस दौरान लोगों से गंगा में गंदगी न फैलाने की अपील भी की.
इससे पहले केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मोदी का स्वागत करते हुए लोगों को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री ने कहा, “पहले मजदूरों के भविष्य निधि खातों का कोई हिसाब नहीं होता था. केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद मजदूरों की मेहनत की कमाई सुरक्षित रखने का प्रयास किया गया है. सरकार के खाते में इन मजूदरों के 27 हजार करोड़ रुपये निष्क्रिय पड़े थे. हमने भविष्य निधि खाता के लिए एक ऐसा तरीका बनाया है कि अब कर्मचारी जहां-जहां काम करेंगे, साथ-साथ उनके पैसे भी जाएंगे.”
उन्होंने कहा कि पहले मजूदरों को बोनस सिर्फ 3500 रुपये मिलते थे, लेकिन उनकी सरकार ने तय किया कि बोनस की न्यूनतम राशि सात हजार रुपये होनी चाहिए. पहले न्यूनतम मजूदरी 10 हजार रुपये होती थी, जिसे बढ़ा कर 21 हजार रुपये कर दी गई है.
र्कायक्रम में मंच पर उपस्थित अन्य नेताओं में राज्यपाल राम नाईक, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, बलिया से सांसद भरत सिंह और राज्य के कैबिनेट मंत्री रामगोविंद चौधरी शामिल थे.