राहुल गांधी की सभा में राजनीतिक भाषण पर रोक, विरोध के बाद अनुमति
इंदौर|डेस्कः मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा 27 फरवरी को बाबा साहेब अंडेबकर की जन्मस्थली महू की रैली और सभा को लेकर राजनीति गर्म है.
इंदौर जिला प्रशासन ने पहले सभा में राजनीतिक भाषण पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन एक ही दिन में अपने फैसले पर प्रशासन ने यू टर्न लेते हुए इस प्रतिबंध को वापस ले लिया है.
संशोधित अनुमति पत्र के अनुसार अब सभा में राजनीतिक भाषण देने की अनुमति होगी.
इस सभा में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, वायनाड़ से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे.
इस संबंध में महू एसडीएम चरणजीत हुडा का कहना है कि अनुमति पत्र में राजनीतिक और धर्म विरोधी भाषण संबंधी शर्त टाइपिंग मिस्टेक है, जो भूलवश अनुमति पत्र में जुड़ गई थी. इसे बदल कर संशोधित आदेश जारी किया गया है.
दरअसल, कांग्रेस को जिन शर्तों के साथ सभा की अनुमति मिली थी, उनमें राजनीतिक और धर्म विरोधी भाषण नहीं देने को कहा गया था.
इस पर कांग्रेस ने तीखी आपत्ति दर्ज की थी. इसके बाद अब प्रशासन ने अपने संशोधित अनुमित में राजनीतिक शब्द को हटा दिया है.
ज्ञात हो कि 23 जनवरी को कांग्रेस के जिला ग्रामीण अध्यक्ष सदाशिव यादव के आवेदन पर महू में आयोजित सभा को लेकर एसडीएम ने जो अनुमति जारी की थी उसमें स्पष्ट लिखा था कि सभा के दौरान कोई भी राजनीतिक व धर्मविरोधी भाषण प्रतिबंधित होंगे.
साथ ही यह भी कहा गया था कि आयोजकों को तय संख्या में वालंटियर रखने होंगे.
इसके अलावा सभा अथवा रैली के दौरान दुर्घटना की जिम्मेदारी आयोजकों पर होगी.
अनुमति मिलते ही कांग्रेस नेताओं और आवेदनकर्ता सदाशिव यादव ने आपत्ति जताई.
जिसके बाद प्रशासन ने 24 जनवरी को देर शाम अनुमति पत्र में संशोधन कर दूसरा पत्र जारी कर दिया.
जिसमें राजनीतिक भाषण करने की अनुमति दी गई है. वहीं धर्मविरोधी भाषण प्रतिबंधित किया है.