सुधीर शर्मा का मंत्रियों से रिश्ता
भोपाल | एजेंसी: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश में हुए पीएमटी फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड खनन कारोबारी सुधीर शर्मा को बताया है. राज्य की राजधानी भोपाल के प्रवास पर आए सिंह ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि एक व्यक्ति जो एक दशक पहले महज संविदा प्राध्यापक था, आज चार हजार करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक है.
यह कैसे हुआ यह बात अब सामने आ रहे हैं. उसके यहां पड़े आयकर विभाग के छापों में मिले दस्तावेजों से यह बात सामने आ चुकी है कि उसके राज्य के मंत्रियों, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से लेनदेन के रिश्ते रहे हैं.
दिग्विजय सिंह का आरोप है कि सुधीर शर्मा व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित प्री मेडिकल परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड है. सुधीर शर्मा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्रिस्प संस्था का पदाधिकारी भी बनाया था, यह वह संस्था है जो राज्य को कंप्यूटर और तकनीक आदि के क्षेत्र में मार्गदर्शन देती है. इसी के जरिए शर्मा ने व्यापमं के अफसरों के साथ मिलकर गड़बड़ी की.
ज्ञात्वय रहे कि मध्यप्रदेश में पिछले दिनों पीएमटी फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जिसमें व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी सहित कई अफसरों की गिरफ्तारी हो चुकी है. सुधीर शर्मा की व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक से करीबियां जगजाहिर है.
मालूम हो कि शर्मा राज्य के बड़े खनन कारोबारी हैं, उनके यहां आयकर विभाग के छापों में दस्तावेज मिले थे. इन दस्तावेजों में कई नेताओं से लेनदेन का जिक्र है. यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो के पास है. गुरुवार को उन्हें सीबीआई ने पूछताछ के लिए भी बुलाया था.
इस पीएमटी फर्जीवाड़े की आड़ में दिग्विजय सिंह, शिवराज सरकार पर निशानवा लगाने से भी नही चूक रहे हैं.