हिंडाल्को के बचाव में पीएमओ
नई दिल्ली | एजेंसी: प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने हिंडाल्को को ओडिशा के तालाबीरा में कोयला ब्लॉक आबंटन किए जाने को जायज ठहराया है. इस ब्लॉक के मामले में सीबीआई द्वारा औपचारिक शिकायत पर चुप्पी तोड़ते हुए शनिवार को पीएमओ ने सरकार के फैसले को जायज ठहराते हुए कहा कि यह ‘यह पूरी तरह उपयुक्त’ और योग्यता पर आधारित था.
पीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “प्रधानमंत्री इस बात से संतुष्ट हैं कि इस संबंध में लिया गया अंतिम निर्णय पूरी तरह उचित था और उनके सामने रखे गए मामलों में योग्यता पर आधारित था.”
कुमार मंगलम बिड़ला के आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी हिंडाल्को को तालाबीरा कोयला ब्लॉक आवंटन पर पीएमओ ने स्वीकार किया कि अंतिम निर्णय, अनुवीक्षण समिति की सिफारिश से भिन्न था, लेकिन यह निर्णय एक पक्ष की ओर से आई एक प्रस्तुति के बाद लिया गया था, जिसे कोयला मंत्रालय को भेज दिया गया था.
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने पूर्व कोयला सचिव प्रकाश चंद्र पारेख और उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला के खिलाफ दो कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितता और आपराधिक साजिश के आरोपी प्राथमिकी दर्ज की है.
इसके बाद पारेख ने कहा था कि ओडिशा में दोनों कोयला ब्लॉक आवंटन का निर्णय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लिया था और यदि उन्हें इसमें साजिशकर्ता बताया जा रहा है तो प्रधानमँत्री मनमोहन सिंह को भी इसमें सहआरोपी बनाया जाना चाहिए.
पीएमओ बयान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सीबीआई की जारी जांच में कोई बाधा नहीं डाली जा रही है. इसमें कहा गया है, “इस मामले की जांच और अन्य मामले कानून के मुताबिक स्वाभाविक रूप में चलने चाहिए.”