पीएम की पाती, देशहित सर्वोपरि
नई दिल्ली | संवाददाता: प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता के नाम पाती में लिखा है देशहित सरकार के लिये सर्वोपरि है. गौरतलब है कि मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने यह पत्र देश की जनता को लिखा है. पिछले साल मोदी सरकार ने 27 मई को शपथ ग्रहण किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “भ्रष्टाचार-मुक्त, पारदर्शी, नीति-आधारित प्रशासन एवं शीघ्र निर्णय हमारे मूलभूत सिद्धांत हैं. पहले प्राकृतिक सम्पदा जैसे कोयला या स्पैक्ट्रम का आबंटन मनमानी से, चहेते उद्योगपतियों को होता था. किन्तु देश के संसाधन देश की सम्पत्ति हैं. सरकार का मुखिया होने के नाते मैं उसका ट्रस्टी हूं. इसीलिए हमने निर्णय लिया कि इनका आबंटन नीलामी से होगा. कोयले के अब तक हुए आबंटन से लगभग तीन लाख करोड़ रुपए और स्पैक्ट्रम से लगभग एक लाख करोड़ रुपये की आमदनी होगी!”
देश की अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुये मोदी ने कहा, “सुदृढ़ अर्थव्यवस्था के लिए भरोसेमंद सरकार आवश्यक होती है. जब हमारी सरकार बनी उस समय आर्थिक स्थिति डावांडोल थी. महंगाई तेजी से बढ़ रही थी. मुझे खुशी है कि हमारे प्रयासों से विगत वर्ष में भारत विश्व की तीव्रतम विकास वाली अर्थव्यवस्था बनी, महंगाई नियंत्रित हुई और पूरे वातावरण में नए उत्साह का संचार हुआ.”
देश में निवेश तथा रोजगार पर चर्चा करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को लिखा है, ” विश्व स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है. पूंजी निवेश बढ़ा है. ‘’मेक इन इंडिया’’ और ‘’स्किल इंडिया’’ अभियान का उद्देश्य हमारे युवाओं को रोजगार प्रदान कराना है. हमने मुद्रा बैंक की स्थापना की जिससे छोटे-छोटे रोजगार चलाने वाले भाई-बहनों को दस हजार रुपए से दस लाख रुपए तक के बैंक-ऋण सुलभ होंगे.”
कालेधन पर मोदी का व्यक्तत्व है कि, “हमने कालाधन वापस लाने का वादा किया था. सरकार बनते ही पहला निर्णय कालेधन पर एसआईटी गठन करने का था. फिर हमने विदेशों में कालाधन रखने वालों को कड़ी सजा देने के लिए कानून बनाया.”
प्रधानमंत्री मोदी ने इपने पत्र में ‘’मेक इन इंडिया’’, ‘’स्किल इंडिया’’ , “स्वच्छ भारत अभियान”, ”बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “नमामि गंगे”, “डिजिटल इंडिया” तथा “टीम इंडिया” के बारे में भी बताया है.