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कुछ घंटों में आ जाते हैं भारत में चुनाव परिणाम-मोदी

नई दिल्ली । डेस्क: आस्ट्रिया पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में ईवीएम से हुए चुनाव को लेकर तर्क दिया कि इतने बड़े चुनाव के नतीजे कुछ ही घंटों में आ जाते हैं. उन्होंने इसका श्रेय भारत की चुनावी मशीनरी और लोकतंत्र को दिया.

उन्होंने कहा है कि हमने दुनिया को शांति का संदेश दिया है. उन्होंने कहा-“हमने युद्ध नहीं दिए, हम सीना तान करके दुनिया को कह सकते हैं, हिन्‍दुस्‍तान ने युद्ध नहीं बुद्ध दिए हैं.”

आस्ट्रिया में रहने वाले भारतीयों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी भारत की अर्थव्यवस्था, राजनीति, नीतियों और ऑस्ट्रिया और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों का ज़िक्र किया.

उन्होंने कहा, “भारत और ऑस्ट्रिया के रिश्ते ऐतिहासिक रहे हैं. क़रीब 200 साल पहले वियना की यूनिवर्सिटी में संस्कृत की पढ़ाई शुरू हो गई थी.”

उन्होंने गांधी जी की शिष्या मीरा बेन का ज़िक्र करते हुए कहा कि उनका अंतिम समय वियना में ही बीता था.

चुनाव के नतीजों पर दावा

पीएम मोदी ने इस दौरान भारत के आम चुनाव का भी ज़िक्र किया.

उन्होंने कुछ महीने पहले संपन्न हुए भारत के लोकसभा चुनावों के बारे में कहा, “आज दुनिया के लोग भारत के इलेक्शन के बारे में सुनकर हैरान रह जाते हैं. जो चुनाव कुछ सप्ताह पहले ही खत्म हुआ है, उसमें 650 मिलियन से ज्यादा लोगों ने वोट डाले हैं. मतलब हुआ शायद 65 ऑस्‍ट्रिया, और सोचिए इतना बड़ा चुनाव होता है, लेकिन कुछ ही घंटों में चुनाव के नतीजे क्लियर हो जाते हैं. ये भारत की इलेक्टोरल मशीनरी और हमारे डेमोक्रेसी की ताकत है.”

पीएम मोदी ने कहा-“भारत के इन चुनावों में सैंकड़ों पॉलिटिकल पार्टिस के आठ हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया. इस लेवल का कांटेस्ट, इतना इतना डाइवर्स कांटेस्ट तब जाकर के देश में जनता ने अपना मैंडट दिया है. और देश ने मैंडट क्या दिया? साठ साल के बाद एक सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर भारत में मिला है.”

उन्होंने कहा, “हमारा मिशन 2047 है। 1947 में देश आजाद हुआ, 2047 में देश शताब्‍दी मनाएगा. लेकिन वो शताब्‍दी विकसित भारत की शताब्दी होगी. भारत हर प्रकार से विकसित होगा।=. हम आने वाले 1000 वर्षों के भारत की मजबूत नींव आज डाल रहे हैं.”

भारत में मतदान 19 अप्रैल को, नतीजे 4 जून को

हालांकि प्रधानमंत्री का चुनाव के नतीज़े कुछ ही घंटे में आने का दावा सही नहीं है.

हक़ीकत ये है कि भारत में लोकसभा चुनाव सात चरणों में हुए और पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को हुआ था, जिसके परिणाम भी 4 जून को आए थे. यहां तक कि अंतिम चरण का मतदान भी 1 जून को हुआ था, जिसके परिणाम कुछ घंटों में नहीं, चौंथे दिन आए थे.

पहले चरण में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार, जम्मू कश्मीर, लक्षद्वीप, पुद्दुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा की कुल 102 सीटों पर वोट डाले गये थे.

इसी तरह दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को हुआ था.

दूसरे चरण में असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा की कुल 89 सीटों पर मतदान हुआ था.

तीसरे चरण में 7 मई को मतदान हुआ था.

इस चरण में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, दादर नागर हवेली और दमन दीव की कुल 94 सीटों पर वोट डाले गये थे.

चौंथे चरण का मतदान 13 मई को हुआ था, जहां बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर की कुल 96 सीटों पर मतदान हुआ था.

पांचवें चरण में छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रेदश, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, लद्दाख की 49 सीटों पर 20 मई को मतदान हुआ था.

छठवें चरण में हरियाणा, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और दिल्ली की कुल 57 सीटों पर 25 मई को वोट डाले गए थे.

सातवें चरण में बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ की कुल 57 सीटों पर 1 जून को मतदान हुआ था.

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