बस हादसे के विरोध में बंद रहा पिथौरा
पिथौरा | संवाददाता: राष्ट्रीय राजमार्ग 53 में सोमवार को हुई बस दुर्घटना के विरोध में मंगलवार को पिथौरा शहर बंद रहा. इसके अलावा सरायपाली-रायपुर मार्ग पर बसें भी बंद रहीं. जलप के बाद दर्रीपड़ाव में सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त निजी बस में मृत 14 यात्रियों में से 12 की शिनाख्ती हो गई है. इधर दुर्घटनाग्रस्त बस से हताहतों की कीमती सामान एवं नगदी की चोरी की जानकारी भी मिली है.
मंगलवार को मृतकों के शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला मुख्यालय में रखे गए थे. यहां जिला प्रशासन ने पहली बार नरमी का रवैया दिखाते हुए रात में ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे.
नगर की मृतक सतविंदर कौर का अंतिम संस्कार कल ही कर दिया गया, जबकि किराना व्यवसायी कैलाश सिंघल का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया. मृतक कैलाश किराना सामान खरीदी करने घर से निकला था. उसने एक पीले झोले में एक काले बैग के अदर 7.50 लाख नगद और 50 हजार के इनामी कूपन अपने साथ रखा था.
दुर्घटना के बाद उसे पटेवा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां से सभी शव पहुंचने के बाद अंत में उसे महासमुंद एक वेन में ले जाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शव जब महासमुंद पहुंचा, तक उसके गले में सोने की चेन एवं हाथों में 2 सोने की अंगुठियां थी. इसे उतार कर परिचितों ने उसके घर तक पहुंचा दिया, परंतु नगदी 8 लाख रुपये की कहीं पता नहीं चला. इसी तरह अफरा-तफरी में अन्य यात्रियों के भी सामानों का पता नहीं चल पाया है.
घटना का कारण खस्ताहाल सड़क, लापरवाही या शराब को माना जा रहा है. दुर्घटना के पीछे तीनों कारण संभावित है. पहला बदहाल सड़क एवं वाहनों की टाइमिंग, दूसरा चालक की लापरवाही एवं तीसरा महत्वपूर्ण कारण इस मार्ग की बसों के चालकों का शराब पीकर वाहन चलाने को माना जा रहा है. वैसे भी इस मार्ग पर जर्जरता के बाद भी वाहनों की रफ्तार दुर्घटना का प्रमुख कारण माना जा रहा है.