दस्तावेज लीक: पुलिस का छापा
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: शनिवार को दस्तावेज लीक करने के आरोपियों के दिल्ली और नोएडा स्थित दफ्तरों पर छापे मारे गये. पुलिस ने प्रयास जैन के पश्चिमी दिल्ली के पटेल नगर इलाके में स्थित दफ्तर में छापेमारी की. प्रयास जैन एक ऊर्जा सलाहकार है और उसे शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.
जुबिलेंट एनर्जी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी सुभाष चंद्रा के नोएडा स्थित दफ्तर पर भी छापेमारी की गई. चंद्रा को औद्योगिक संस्थाओं के चार अन्य अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस, चंद्रा को शनिवार सुबह पहले जैन के दफ्तर ले गई और फिर वहां से उन्हें नोएडा स्थित उनके अपने दफ्तर ले गई.
अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय से गायब दस्तावेजों को ढूंढ़ने के लिए चंद्रा के दफ्तर और कुछ अन्य कमरों की तलाशी ली गई.
राजधानी की एक अदालत ने चंद्रा के साथ-साथ रिलायंस इंडिया लिमिटेड के निगमित मामलों के प्रबंधक शैलेश सक्सेना, रिलायंस एडीएजी के उप-महाप्रबंधक ऋषि आनंद, एस्सार के उप-महाप्रबंधक विनय और केयर्न इंडिया के महाप्रबंधक के.के. नाईक को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
पुलिस ने कहा कि आरआईएल के शैलेश सक्सेना उनके कब्जे में हैं. गायब हुए दस्तावेजों में से कुछ दस्तावेज राष्ट्रीय महत्व और सुरक्षा से संबंधित हैं.
जांच में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस को सक्सेना के पास से कुछ दस्तावेज मिले हैं, जो कि उसने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे दिए थे.
अधिकारी ने बताया कि जब्त सभी दस्तावेज संवेदनशील हैं.
राकेश कुमार और लालता प्रसाद दोनों भाई हैं और दिल्ली के ही रहने वाले हैं. ये दोनों भाई पूर्व में शास्त्री भवन में कार्यरत थे. दोनों शास्त्री भवन में सप्ताह में दो बार गए थे. वे दोनों जैन और शांतनु सैकिया के साथ लगातार संपर्क में रहते थे. शांतनु एक पूर्व पत्रकार हैं और एक वेबसाइट चलाते हैं.
पुलिस ने दस्तावेज चोरी करने और उन्हें औद्योगिक घरानों को लीक करने के मामले में गुरुवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो पेट्रोलियम मंत्रालय के कर्मचारी हैं.
पुलिस ने शुक्रवार को इसी मामले में सात और लोगों को गिरफ्तार किया था, इसके साथ ही इस मामले में अब तक कुल 12 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.