पठानकोट: पाकिस्तान ने साक्ष्य मांगें
इस्लामाबाद | समाचार डेस्क: पाकिस्तान पठानकोट हमलें पर भारत से ‘सुराग’ के बजाये ‘ठोस सबूत’ चाहता है. इसका खुलासा पाकिस्तान के एक अख़बार ने किया है. अख़बार की खबरों के अनुसार पाकिस्तान इस बात के ठोस सबूत चाहता है कि पठानकोट हमलें की योजना पाकिस्तान में बनी थी तथा यहीं से उसका निर्देशन किया गया था. जाहिर है कि पाकिस्तान के इस रुख़ से पठानकोट हमलें के आतंकी सरगनाओं को सुकून मिलेगा.
पाकिस्तान का कहना है कि उसे ‘सुराग’ या ‘सूचनाओं’ के बजाये साक्ष्य चाहिये ताकि वह अपने देश के कानून के अऩुसार कार्यवाही कर सकें. पाकिस्तान ने पंजाब के पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत से ठोस साक्ष्य मांगे हैं. समाचार-पत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमें इस मामले को कानून के अनुसार आगे बढ़ने के लिए जानकारी से इतर साक्ष्यों की जरूरत है.”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को पठानकोट हमले और पाकिस्तान पर इसकी प्रतिक्रिया के संदर्भ में सुरक्षा सहयोगियों के साथ एक बैठक की थी.
अधिकारी की टिप्पणियों से भारत द्वारा पाकिस्तान को उपलब्ध कराई गई जानकारियों पर पाक की सुनियोजित प्रतिक्रिया का पता चलता है.
भारत ने पाकिस्तान को इस हमले के संदर्भ में जो जानकारी मुहैया कराई है, उसमें आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से फोन पर की गई बातचीत के अंश और पाकिस्तान के टेलीफोन नंबरों के स्थानों की विस्तृत जानकारी शामिल है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने हालांकि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर दोषियों के खिलाफ तेज व निर्णायक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था.
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि इस हमले के पीछे आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है.
मोदी ने शरीफ के साथ टेलीफोन वार्ता के दौरान हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी गिरोह और दोषियों के खिलाफ ठोस एवं तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया था.