पाकिस्तान में हिंसा के बीच मतदान जारी
इस्लामाबाद | विशेष संवाददाता: पाकिस्तान में आम चुनावों के लिए हो रहे मतदान के बीच व्यापक हिंसा का दौर भी शुरु हो गया है. तालिबान ने लोकतंत्रिक प्रक्रिया को गैर इस्लामिक करार देते हुए मुख्य धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के खिलाफ हिंसक अभियान चलाया है. अलग अलग प्रांतों में हुए बम धमाकों में अब तक 120 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. कराची में आवामी नेशनल पार्टी के चुनाव कार्यालय के बाहर बम धमाका किया गया है, इसके अलावा क्वेटा और पेशावर जैसे शहरों से भी हिंसा की खबरें आ रही हैं.
पाकिस्तान में लोकतंत्र प्रणाली के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है. मगर तालिबान की तरफ से हिंसा के कारण इस में बाधा आ रही है. मुख्य मुकाबला नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीके इन्साफ पार्टी के बीच लग रहा है.
पीपीपी के बीलावल भूट्टो आतंकवादियों की धमकी के कारण चुनाव प्रचार से दूर है और उनके पिता आसिफ अली जरदारी देश का राष्ट्रपति होने के कारण चुनाव प्रचार नहीं कर सकते. अब देखना यह है कि क्या प्रशासन तालिबान की खुली धमकियों के पेशे नजर देश में शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित कर सकता है.
रक्षा विशेषज्ञ उदय भास्कर का कहना है कि चुनाव के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. इस निष्कर्ष पर पहुंचना कि चुनाव के बाद भारत के साथ संबंध बेहतर होंगें.वो एक प्रकार की जल्दबाजी होगी.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चुनाव के बाद जो भी नया हकूमत आयेगी, वो आर्मी के खिलाफ किसी प्रकार का कदम नही उठाऐगी. तो इसलिये आज चुनाव के बाद देखना है कि किस संख्या के साथ नए प्रधानमंत्री बनेंगे. और वो अपने फौज के साथ किसी प्रकार का रिश्ता बनाना चाहते है.