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पाक विदेश नीति सेना द्वारा तैयार: थरूर

इस्लामाबाद| समाचार डेस्क: पाक में भारत के केन्द्रीय राज्य मंत्री शशि थरूर का संबोधन इसलिये रोक दिया गया क्योंकि उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर उसकी आलोचना की थी. इस्लामाबाद में भारत तथा पाकिस्तान के कारोबारियों को शशि थरूर का रिकार्डेड भाषण सुनाया जा रहा था. अपने नौ मिनट के संबोधन मे शशि थरूर ने कहा कि ‘हालांकि पांच साल पहले मुंबई हमले और हाल ही में सीमा पर बढ़ी घुसपैठ ने पाकिस्तान के आधिकारिक बयानों और सैन्य कार्रवाई के बीच विरोधाभास को उजागर कर दिया है. यह बताता है कि पाकिस्तान की सरकार का अपनी सेना पर पूर्ण नियंत्रण नहीं है. पाकिस्तान की तरह भारत में सेना विदेश नीति तैयार नहीं करती.’

गौर तलब है कि इसका आयोजन दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को बढ़ावा देने के लिये किया गया था लेकिन शशि थरूर के संबोधन को पाक द्वारा बीच में बंद करवा दिया गया. उस सभागार में करीब 300 लोग उपस्थित में जिनमें भारतीय उच्चायोग के अधिकारी भी शामिल थे. मंगलवार को पाकिस्तान के इस्लामाबाद के जिन्ना सभाघार में इस सभा का आयोजन किया गया था. भारतीय उच्चायोग के अलावा इसमें 22 भारतीय प्रतिनिधी भी भाग ले रहें थे.

बताया जाता है कि शशि थरूर के संबोधन को सुनकर सभागार में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया था. वैसे भी शशि थरूर अपनी बेबाकी के लिये देशभर में जाने जाते हैं. ट्वीटर पर उनके बहुत ज्यादा फालोवर भी हैं. शशि थरूर राजनीति में आने के पहले राजनयिक थे.

वैसे, थरूर ने भाषण की शुरुआत तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते को बढ़ावा देने की जरूरत के साथ किया था, लेकिन बाद में पाकिस्तान की आलोचना शुरू कर दी. थरूर ने कहा, ‘पाक सरकार जिस दिन आतंकवाद को अपने देश की नीति के औजार के रूप में इस्तेमाल करना बंद कर देगी, उस दिन उपमहाद्वीप में शांति की नई सुबह होगी.’

खासकर शशि थरूर का यह कहना कि पाकिस्तान की विदेश नीति वहां की सेना तैयार करती है वहां के सेना तथा सरकार पर गहरा आघात है.

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