धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने धरना
रायपुर | संवाददाता: प्रदेश के कई किसान संगठनों ने धान का समर्थन मूल्य 21 सौ रुपए करने की मांग को लेकर राजधानी में धरना दिया. उन्होंने वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की. किसानों ने मांग जल्द पूरी नहीं होने पर विधानसभा घेराव करने की भी चेतावनी दी है.
छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले प्रदेश के दर्जन भर किसान संगठन के दर्जनों प्रतिनिधि गुरूवार को यहां जमा हुए. वे यहां भाजपा सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में लगातार नारेबाजी करते रहे. किसानों का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने चुनाव के दौरान किसानों से धान का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 21 सौ रुपए करने, धान बोनस 3 सौ रुपए देने, पांच हार्स पावर तक के पंपों को मुफ्त बिजली, ब्याज मुफ्त ऋण एवं फसल बीमा करने की बात कही थी. चुनाव जीतने के बाद अब वह चुप बैठ गई है.
किसान नेता डॉ. संकेत ठाकुर, पप्पू कोसरे, द्वारिका साहू का कहना है कि प्रदेश में किसानों को पुराने समर्थन मूल्य पर ही धान का भुगतान किया जा रहा है. इससे उन्हें प्रति क्विंटल चार से पांच सौ रुपए का नुकसान हो रहा है. यह सरकार अब अपना चुनावी वादा पूरा किए बिना किसान महोत्सव कराने की बात कर रही है. इससे किसानों में रोष है. उनकी मांग है कि सरकार किसानों से किए गए वादों को पहले पूरा करें. वादा पूरा नहीं करने पर वे सभी किसानों के साथ विधान सभा का घेराव करेंगे. राष्ट्रीय स्तर पर भी आंदोलन करेंगे, जिसमें देश भर के हजारों किसान शामिल होंगे.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने धान का समर्थन मूल्य 21 सौ रुपए क्विंटल करने के लिए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखा है. 3 सौ रुपए बोनस देने के आदेश जारी किए जा चुके हैं. इसके लिए बजट प्रावधान भी कर दिया गया है. सरकार ने किसानों को अब हर साल 3 सौ रुपए बोनस देने का भी ऐलान कर दिया है. कांग्रेस भी सरकार पर 21 सौ रुपए क्विंटल समर्थन मूल्य करने की मांग को लेकर दबाव बनाए हुए है.