धान बोनस पर फिर भड़की कांग्रेस
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में धान बोनस के मामले पर कांग्रेस ने फिर से भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि भाजपा अपने चुनावी वादों और घोषणा पत्र से मुकर रही है और एक बार फिर किसानों को छल रही है.
भूपेश बघेल ने रमन सिंह की सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि भाजपा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादो को काम करके नहीं, पत्र लिखकर पूरा करना चाहती है, इसलिये पहले मनमोहन सिंह को और अब नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पल्ला झाड़ रही है.
बघेल ने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में धान के 2100 रू. समर्थन मूल्य और 5 वर्षो तक धान पर 300 रू. प्रतिक्विंटल बोनस देने का संकल्प लिया था. 2013-14 में भाजपा के घोषणा पत्र के मुताबिक प्रति क्विंटल बोनस मिलना था, उस में से किसानों के अभी तक 150 रू. ही मिल पाये हैं. बाकी वर्षों में घोषणा पत्र के क्रियान्वयन को अधर में लटकाते हुये भाजपा की ही केन्द्र सरकार बोनस देने पर रोक लगाने की बात कर रही है. बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बार-बार किसानों को पांच साल तक लगातार बोनस देने की बात कही भी.
कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ में विष्वास का संकट खड़ा कर दिया है. एक ओर भाजपा सरकार विश्वसनीय छत्तीसगढ़ का नारा देती है और दूसरी ओर अपने ही किये वादों को नहीं निभाना भाजपा की फितरत बन गयी है. आम जनता और किसानो के बीच भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार की विश्वससनीयता समाप्त हो चुकी है.
कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व और राज्य नेतृत्व एक दूसरे पर जिम्मेदारी जताना बंद करे और अपने घोषणा पत्र को पूरा करे अन्यथा छत्तीसगढ़ के धान उगाने वाले किसानों के आक्रोश का भाजपा नेतृत्व सामना नहीं कर सकेगी. हर फसल की समर्थन मूल्य की घोषणा उसकी बोनी के पूर्व की जाती है. धान के समर्थन मूल्य की घोषणा जून माह में होती है. जून माह में समर्थन मूल्य की घोषणा के पहले मुख्यमंत्री रमन सिंह कई बार दिल्ली और अहमदाबाद जाकर भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले लेकिन डॉक्टर रमन सिंह ने भाजपा के केन्द्र सरकार के सामने एक बार भी धान का समर्थन मूल्य 2100 रू. किये जाने की बात नहीं रखी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि 2013 के विधानसभा चुनावों का भाजपा का घोषणा पत्र भाजपा की केन्द्रीय नेतृत्व की जानकारी में लाकर ही जारी किया गया. भाजपा नेतृत्व की घोषणा पत्र में कही गई बातों पर बकायदा सहमति और अनुमति प्राप्त की गई थी और विधानसभा चुनावों के घोषणा पत्र को पूरा करना भाजपा के राज्य नेतृत्व सहित केन्द्रीय नेतृत्व की नैतिक जवाबदारी है.
भूपेश बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके मंत्रीमंडल के सदस्य अजय चंद्राकर ने 2004 में भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता लेकर धान खरीदी पर श्वेत पत्र जारी करने की बात कही थी. यह बात सदन में भी दुहरायी गयी थी. उस श्वेत पत्र का क्या हुआ? आज तक क्यों नहीं जारी किया गया?
कांग्रेस ने मांग करते हुये कहा कि 11 साल की धान खरीदी की व्यवस्था में भ्रष्टाचार जनता की गाढ़े पसीने की कमाई की बरबादी और बोनस के मामले में किसानों के उबाये गये पैसों पर स्थिति स्पष्ट करते हुये भाजपा सरकार श्वेत पत्र जारी करे, अन्यथा छत्तीसगढ़ की जनता और खासकर किसानों से सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने चेतावनी दी है कि किसानों को उनका धान का बोनस और समर्थन मूल्य न देने पर भाजपा को किसानों और जनता की भारी नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है.