धान बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ पीछे
रायपुर | संवाददाता : धान के बीज के उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ पिछड़ता जा रहा है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में किसानों को पिछले तीन सालों से धान बीज उत्पादन के लिये केंद्र से मिलने वाली प्रोत्साहम राशि से वंचित होना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की उप-स्कीम के अंतर्गत पूर्वोत्तर भारत में हरित क्रांति लाना यानी बीजीआरईआई के तहत धन बीज के उत्पादन के लिये राज्य सरकार के माध्यम से भारत सरकार सहायता प्रदान करती रही है.
लेकिन आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन सालों के आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं. 2017-18 के साथ ताज़ा वर्ष के लक्ष्य की बात करें तो यह 73934 क्विंटल की तुलना में महज़ 17210 क्विंटल रह गया है.
आंकड़ों के अनुसार 2017-18 में राज्य में 73,934 क्विंटल धान बीज का उत्पादन किया गया था, जिसके लिये किसानों को प्रोत्साहन राशि के रुप में 739.34 लाख रुपये मिले थे. लेकिन अगले ही साल यह आंकड़ा घट गया.
2018-19 में 31,443 क्विंटल के लिये किसानों को 324.44 लाख रुपये मिले. इसी तरह 2019-20 में धान बीज उत्पादन का आंकड़ा थोड़ा बढ़ा और यह 53,284 पर जां पहुंचा. इसके लिये किसानों को 313 लाख भुगतान का दावा केंद्र सरकार ने किया है.
इस साल यानी 2020-21 में महज़ 17,210 क्विंटल धान बीज का लक्ष्य रखा गया है.