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बेमौसम बारिश के चलते धान खरीदी बंद

जगदलपुर/गरियाबंद|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले और बस्तर संभाग में बैमौसम बारिश के चलते कई धान खरीदी केंद्रों में गुरुवार को धान खरीदी बंद कर दी गई है. वहीं समितियों में धान के स्टॉक को तिरपाल ढंककर बचाया गया है. फिर भी कटे-फटे तिरपाल की वजह से कई समितियों में धान भीग गया है.

दरअसल बीते दो दिनों से बस्तर और गरियाबंद जिले में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. बस्तर संभाग में तो तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं.

बस्तर में मंगलवार की शाम से बारिश हो रही है. जो बुधवार को भी जारी रही. वहीं गुरुवार को भी कुछ जगहों पर बारिश हो रही है.

बारिश की वजह से धान खरीदी केन्द्रों में पानी भर गया है. जिस वजह से तौल करते नहीं बन रहा है, जिससे चलते कई समितियों में खरीदी बंद कर दी गई है.

बस्तर के जगदलपुर, तोकापाल, बकावंड और बस्तर ब्लॉक के आधा दर्जन खरीदी केन्द्रों में तिरपाल से ढकने के बाद भी कुछ स्थानों पर धान भीग गया है.

गरियाबंद के 31 केन्द्रों प्रभावित

गरियाबंद जिले में भी दो दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है.

बैमौसम बारिश से देवभोग और अमलीपदर ब्लॉक के 31 धान खरीदी केन्द्रों में खरीदी बंद कर दी गई है.

इन खरीदी केन्द्रों में देवभोग-अमलीपदर के 10 केन्द्र प्रभावित हुए हैं.

वहीं गोहरापदर ब्रांच के 16 खरीदी केंद्रों पर पानी भर जाने की वजह से खरीदी बंद करना पड़ा है.

इसी तरह मैनपुर ब्रांच के 5 केंद्र में बारिश और उठाव नहीं होने से खरीदी बंद है.

किसानों की परेशानी बढ़ी

बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण किसानों को फसल को भीगने से बचाने के साथ बेचने में आ रही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बारिश की वजह से धान खरीदी केंद्रों में फड़ गीली हो गई है.

किसानों के साथ ही खरीदी केन्द्र के कर्मचारियों को अब धान को भीगने से बचाने की चिंता सता रही है.

खरीदी बंद होने से टोकन कटाए किसान ज्यादा परेशान हो रहे हैं.

पूरी तैयारी कर चुके किसानों को अब दूसरे दिन फिर से टोकन कटवाना पड़ेगा.

मैनपुर में भी खरीदी बंद

इधर मैनपुर ब्रांच के 5 खरीदी केन्द्रों में बफर लिमिट से कई गुना ज्यादा धान जमा होने के कारण खरीदी बंद कर दी गई.

यहां धान का उठाव धीमी गति से जारी है. जिस वजह से समिति में जगह नहीं बन पा रहा है.

जब तक जगह खाली नहीं हो जाता तब तक खरीदी बंद करने का निर्णय लिया गया है.

इसकी जानकारी समिति प्रबंधक ने उच्च अधिकारियों को दे दी है.

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