छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू, पहले दिन ही बंपर आवक
रायपुर| संवाददाताः धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में आज यानी 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है. पहले दिन सभी समितियों में पूजा-पाठ कर धान खरीदी की बोहनी की गई. कई समितियों में पहले दिन की धान की बंपर आवक रही.
सरकार का दावा है कि सभी धान खरीदी केन्द्रों पर सभी जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए हैं. नमी मापक यंत्र के साथ ही बारदाने पहुंचा दिए गए हैं. इस बार भी धान खरीदी 50 फीसदी नए और 50 फीसदी पुराने बारदानों में की जा रही है. वहीं हड़ताल पर बैठे सहकारी समिति के कर्मचारी भी आंदोलन खत्म कर काम पर लौट आए हैं.
धान खरीदी को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि अन्नदाता साथियों के धान का एक-एक दाना खरीदना हमारा लक्ष्य है, जिसके तहत इस बार 27 लाख से अधिक किसानों का धान हमारी सरकार खरीदेगी और भुगतान भी 72 घंटे के अंदर सुनिश्चित करेंगे. किसानों को धान खरीदी के लिए अधिक दूरी तय न करना पड़े, इसका भी हमने विशेष ख्याल रखा है और 2739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ धान खरीदी की व्यवस्था की गई है.
उन्होंने साथ ही लिखा है कि अन्नदाता हमारे छत्तीसगढ़ की आत्मा हैं, उनकी मेहनत को पूरा दाम और सम्मान मिले, इसके लिए हमारी सरकार तत्पर है. हमने किसानों से उनके पूरी उपज को खरीदने, खरीदी में पूरी पारदर्शिता बरतने और तय समय सीमा में भुगतान करने पर विशेष ध्यान दिया है. अंत में उन्होंने सभी किसानों को बधाई देते हुए हमारा पर्व- धान खरीदी का पर्व लिखा है.
इस साल प्रदेश के कुछ 2739 उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी.
इसके लिए प्रदेश में कुल 27 लाख 1 हजार 109 किसान पंजीकृत हैं. जिसमें से इस साल 1 लाख 35 हजार 891 नये किसान पंजीकृत हुए हैं.
इसी तरह इस बार 1 लाख 36 हजार 263 हेक्टेयर नवीन रकबों का पंजीयन किया गया है.
टोकन मैन्युअल और ऑनलाइन
सरकार किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए टोकन की व्यवस्था को दो तरीकों से रखा है. जिसके चलते किसान ऑनलाइन माध्यम से या फिर मैन्युअल तरीके से टोकन प्राप्त कर सकते हैं.
मोबाइल धारक किसान चाहें तो घर बैठे ऑनलाइन टोकन हासिल कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें टोकन तुंहर हाथ एप डाउनलोड करना पड़ेगा.
वहीं जिन किसानों के पास मोबाइल नेट की व्यवस्था नहीं है, वे सोसायटी में जाकर मैन्युअल टोकन ले सकते हैं.
किसानों को इसका ध्यान रखना भी जरूरी है कि इस खरीदी सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बड़े कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी.
72 घंटे के भीतर पेमेंट
छत्तीसगढ़ के धान बेचने वाले किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य एमएसपी की राशि को धान बेचने के 72 घंटों के भीतर किसानों के बैंक खाते में ऑनलाइन डाल दिया जाएगा.
इसके बाद शेष अंतर राशि को राज्य सरकार के कृषि विभाग द्वारा किसान उन्नति योजना के तहत दिया जाएगा.
इसके लिए सरकार ने मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली है.
राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी करेगी.
हेल्पलाइन नंबर जारी
धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिए हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा कर दिए गए हैं.
विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसका नंबर 0771-2425463 है.
किसान धान बेचने में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.
काम पर लौटे कर्मचारी
इधर अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे छत्तीसगढ़ सहकारी समिति के कर्मचारियों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया है.
बताया गया कि सरकार ने उनकी सभी मांगों को मान लिया है. गुरुवार को सभी हड़ताली कर्मचारी काम पर लौट कर धान खरीदी की व्यवस्था में लग गए.
सरकार ने जैसे ही उनकी मांगों को पूरा करने की घोषणा की, कर्चमारियों ने भी आंदोलन को खत्म करने का ऐलान कर दिया.
बताया गया कि सरकार ने सहकारी समिति के कर्मचारियों की 6 वर्षों से लंबित वेतन वृद्धि की मांग को मान लिया है.
वहीं अन्य दो मांगों के संबंध में शासन स्तर पर विभागीय समिति का गठन कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
पंजीयक सहकारी संस्था ने वेतन और भत्ते में 25 प्रतिशत की वृद्धि का आदेश भी पारित कर दिया है.
छत्तीसगढ़ सहकारी कर्मचारी संघ के सदस्य 4 नवंबर से आंदोलन पर थे. 9 दिन बाद मांग पूरा होने से कर्मचारी संघ काफी खुश है.