धान में बालियां तो आई पर पकी नहीं, किसानों को बीज कंपनी ने ठगा
कोण्डागांव|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव जिले में किसानों को ऐसा बीज थमा दिया गया, जिसमें बाली तो आई लेकिन फसल पकी ही नहीं. साल भर की मेहनत पर पानी फिरने से किसान दुखी और आक्रोशित हैं.
ताज़ा मामला रांधना गांव का है, जहां ज्यादा उत्पादन का लालच देकर बीज कंपनी ने यहां के किसानों को न पकने वाले धान के बीज थमा दिए. किसानों का कहना है कि स्थानीय दुकानदार की बातों में आकर पूरे गांव के किसानों ने एक ही कंपनी के बीच अपने खेतों में लगाए थे. धान की फसल में बालियां तो आई लेकिन फसल पकी नहीं.
आज की तारीख में पूरे गांव की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. अब किसान मुआवजे के लिए ऑफिसों के चक्कर काट रहे हैं
रांधना गांव के किसानों ने बताया कि गांव के कृषि केन्द्र के संचालक ने उन्हें चंचल पांडे हाइब्रिड कंपनी का धान बीज दिया था.
उस समय दुकानदार ने कहा था कि यह बहुत अच्छा है, उत्पादन भी अच्छा आता है. उसकी बातों में आकर पूरा गांव उसी बीज को खरीदने उमड़ पड़ा.
बुवाई-रोपाई के बाद पौधा तेज़ी से बढ़ा भी लेकिन जब बालियां आने लगीं, तब इसमें दिक्कतें आईं.
धान की बालियों के पास ही धान सूख गया. अधिकांश पौधों में बालियां तो आई लेकिन दूध नहीं भरने की वजह से अंदर चावल ही नहीं बन पाया. बालियां लाल होकर धीरे-धीरे बदरा हो गईं.
किसानों ने शुरू में ही इसकी जानकारी कृषि केन्द्र संचालक को दी थी.
दुकान संचालक ने बीज कंपनी से सर्वे कराने की बात कही, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
परेशान किसानों ने इसकी शिकायत पहले थाने में की. इसके बाद कृषि विभाग में की. यहां तक कि जनदर्शन में जाकर कृषि विभाग के आला अधिकारियों से गुहार तक लगाई.
किसानों ने बताया कि शिकायत के बाद कृषि विभाग के वैज्ञानिक जांच करने पहुंचे थे.
किसानों के अनुसार जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि खराब बीज की वजह से फसल खराब हुई है.
पीड़ित किसानों ने अब प्रशासन से बीच कंपनी से मुआवजा दिलाने की मांग की. साथ ही किसानों से छल करने वाली इस बीज कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है.