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ठंडे बस्ते में बस्तर मलेरिया मुक्त अभियान

जगदलपुर| संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बस्तर को मलेरिया मुक्त बनाने का अभियान ठंडे बस्ते में चला गया है.इस अभियान का दसवां चरण डेढ़ माह पहले की खत्म हो जाना था.

लेकिन यह अभियान शुरु ही नहीं हो पाया.

जबकि इन दिनों बस्तर में मलेरिया ने अपना पैर पसार रखा है.

हर रोज नये-नये मरीज मिल रहे हैं, उनमें से कुछ की जान भी चली गई है.

बस्तर को मलेरिया से पूरी तरह मुक्ति दिलाने सरकार ने मलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत की थी.

इसे दस चरणों में 2020 से 5 जुलाई 2024 तक पूरा करना था.

पहले से नौवें चरण तक अभियान निरंतर चलता रहा.

इन चार सालों में जबरदस्त सफलता मिलने के कारण मलेरिया के मामलों में कमी भी आई.

लेकिन इसके बाद दसवां चरण ठीक से शुरु ही नहीं हो पाया.

बस्तर था मलेरिया का घर

बस्तर कुछ साल पहले तक मलेरिया का घर हुआ करता था.

पूरे प्रदेश में मलेरिया के सर्वाधिक पीड़ित यहीं मिलते थे. दवा और सुविधा के अभाव के कारण कइयों को अपनी जान गंवानी पड़ती थी.

लेकिन पिछले कुछ सालों में चलाए गए विशेष अभियान के कारण मलेरिया के मामलों में भारी कमी आई है.

स्वास्थ्य विभाग दो साल पहले तक सिर्फ 2 लाख लोगों तक ही पहुंच पाता था.

अब विभाग लक्ष्य से अधिक लोगों तक पहुंच रहा है. साल 2022 में तो इसकी जांच के लिए विभाग 9 लाख लोगों तक पहुंचा.

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सुविधा मिलने के साथ लोगों में जागरूकता भी आई है, इस वजह से जांच की संख्या भी बढ़ रही है.

इसी का परिणाम है कि संक्रमितों की संख्या में भारी कमी आई है.

पहले से नौवे चरण तक उन्मूलन अभियान…

सरकार मलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए चरण दर चरण लक्ष्य निर्धारित कर अभियान को आगे बढ़ाया था.

पहले चरण में 259233 लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य था, जिसके मुकाबले 253295 लोगों की किट जांच की गई.

इसमें से 5203 लोग मलेरिया पॉजिटिव पाए गए थे.

दूसरे चरण में लक्ष्य 3818560 के मुकाबले 390611 लोगों की किट जांच की गई.

जिसमें से 4909 पॉजिटिव मिले थे.

तीसरे चरण में 201480 लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य था, जिसमें 202455 लोगों की जांच की गई थी.

इसमें 1818 लोग पॉजिटिव पाए गए थे.

चौंथे चरण में लक्ष्य 146677 का था, जिसमें 148168 जांच में 1469 पॉजिटिव मिले थे.

पांचवे चरण में लक्ष्य 283182 था, जिसमें 283944 लोगों की जांच की गई, उनमें से 759 पॉजिटिव मिले थे.

छठे चरण में 953585 लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 656245 की जांच की गई, उनमें से 740 पॉजिटिव मिले थे.

सातवें चरण में 344887 लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य था, जिसमें 348417 की जांच की गई, जिसमें से 666 पॉजिटिव मिले थे.

आठवें चरण में भी लक्ष्य 393366 में से 394744 लोगों की जांच की गई, जिसमें 610 पॉजिटिव मिले थे.

नौवें चरण में 379807 लोगों का लक्ष्य था, जिसमें से 260716 लोगों की जांच की गई, जिसमें से 337 पॉजिटिव पाए गए थे.

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