नोटबंदी से ज्यादा नोट है इनके पास
नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: भारत के शीर्ष 84 अमीरों के पास नोटबंदी से भी ज्यादा नोट है. हाल ही में मोदी सरकार ने नोटबंदी के जरिये 15.44 लाख करोड़ रुपयों के 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया था. जिससे देश में त्राहि मच गई है. लेकिन उससे भी ज्यादा दौलत भारत के 84 शीर्ष अमीरों के पास है. भारत के शीर्ष अमीरों के पास 16.90 लोख करोड़ रुपयों की संपत्ति है. इसका खुलासा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था ऑक्सफैम की एक रिपोर्ट से हुआ है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी 19.3 अरब डॉलर के साथ भारत के सबसे अमीर आदमी हैं. दिलीप संघवी (16.7 अरब डॉलर) और अजीम प्रेमजी (15 अरब डॉलर) दौलत के मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे. रिपोर्ट के अनुसार भारत के शीर्ष आईटी फर्म के सीईओ को आम कर्मचारी से 416 गुना तथा भारत के सबसे बड़े सिगरेट कंपनी के सीईओ को 439 ज्यादा वेतन मिलता है.
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था ऑक्सफैम की 16 जनवरी, 2017 को जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत की 58 प्रतिशत दौलत देश के 1 फीसदी अमीरों के पास है यानी भारत में अमीरों और गरीबों के बीच असंतुलन दुनिया के औसत से ज्यादा है. दुनिया में यह ऑकड़ा 1 फीसदी के पास 50 फीसदी दौलत होने का है. वर्ल्ड इकोनॉमी फ़ोरम की सालाना बैठक से पहले जारी की गयी इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के कुल 8 लोगों को पास दुनिया की आधी आबादी के बराबर दौलत है.
“एन इकोनॉमी फॉर द 99 पर्सेंट” नामक रिपोर्ट में ऑक्सफैम ने कहा है कि अब वक्त आ गया है कि कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने वाली अर्थव्यवस्था की बजाय एक मानवीय अर्थव्यवस्था बनायी जाये.