छत्तीसगढ़ में 676 की जगह केवल 57 डॉक्टर
रायपुर | संवाददाता: डॉक्टरों के मामले में छत्तीसगढ़ का देश में बुरा हाल है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर ही नहीं हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना के आंकड़े बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य के मामले में गंभीर रुप से बीमार है.
हालत ये है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 8 प्रतिशत ही विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध हैं. देश में यह आंकड़ा 18.11 प्रतिशत है. यानी विशेषज्ञ चिकित्सकों के मामले में छत्तीसगढ़ देश के औसत का 50 फीसदी पीछे है.
भारत सरकार के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ के सीएचसी यानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों के अपेक्षित पद 676 हैं.
इन विशेषज्ञ डॉक्टरों में सर्जन, प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ, चिकित्सक तथा बाल रोग शामिल हैं. राज्य सरकार ने इन विशेषज्ञ डॉक्टरों के 652 पद स्वीकृत किेये हैं.
लेकिन पूरे छत्तीसगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 676 अपेक्षित और 652 स्वीकृत पदों की तुलना में केवल 57 पदों पर चिकित्सक पदस्थ हैं. यानी 595 पद आज भी रिक्त हैं. इस तरह आंकड़ों में देखें तो राज्य में 619 विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है.
भारत की बात करें तो देश के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 22496 विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद अपेक्षत हैं. इनमें 13,635 पद स्वीकृत हैं. लेकिन इनमें से 4074 पदों पर ही चिकित्सक कार्यरत हैं.
इस तरह देश में 10051 विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद रिक्त हैं और देश भर में 18,422 डॉक्टरों की कमी बनी हुई है.