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छत्तीसगढ़ में एक और हाथी की मौत

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में एक और हाथी की मौत हो गई. हाथी के इस बच्चे का कंकाल रायगढ़ ज़िले के धर्मजयगढ़ में मिला है.

हाथियों की कब्रगाह बनते जा रहे छत्तीसगढ़ में एक के बाद एक हाथियों की मौत हो रही है. वन विभाग के अधिकारी हर बार दावा करते हैं कि हाथियों की सुरक्षा को लेकर वन अमला सक्रिय है. लेकिन लगातार हाथियों की मौत ने सरकारी दावे की पोल खोल दी है.

वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि धरमजयगढ वनमंड़ल क्षेत्र के बोरो रेंज के रुवाफुल बीट में हाथी का कंकाल मिला है. हाथी का शव पूरी तरह से गल चुका था. अनुमान है कि यह किसी हाथी शावक का कंकाल है.

पिछले सोमवार यानी 11 नवंबर को बलरामपुर के मुरका गांव के पास एक हाथी का शव मिला था. इस हाथी को करंट दे कर मारा गया था.

उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कोर इलाके में पोटाश बम की चपेट में आ कर हाथी का एक बच्चा बुरी तरीके से घायल हो गया था. कई दिनों बाद 8 नवंबर को इसका पता चला. जिसके बाद वन विभाग ने हाथी के इस बच्चे का इलाज किया.

इससे पहले 1 नवंबर को बिलासपुर ज़िले के लोरमी इलाके में एक हाथी का शव मिला था. अचानकमार टाइगर रिज़र्व से लगे हुए टिंगीपुर गांव में नर हाथी का शव मिलने के बाद आशंका जताई गई थी कि इस हाथी को करंट से मारा गया होगा.

25 अक्टूबर को रायगढ़ वन मंडल में घरघोड़ा रेंज के चुहकीमार जंगल में वन विभाग की नर्सरी में करंट से तीन हाथी मारे गए थे. नर्सरी में 11 केबी का करंट प्रवाहित बिजली तार नीचे लटक रहा था. इसी की चपेट में आने से तीनों हाथियों की मौत हो गई थी.

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