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छत्तीसगढ़ में एक और हाथी की मौत

बलरामपुर| संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के मुरका गांव के जंगल में सोमवार को एक हाथी का शव मिला है. हाथी का शव धान के खेत में पड़ा हुआ था. आशंका व्यक्त की जा रही है कि हाथी की मौत करंट लगने से हुई है.

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि घटना बलरामपुर वन परिक्षेत्र के मानिकपुर सर्किल का है.

सर्किल में हाथी का शव मिलने की सूचना के बाद तत्काल वन विभाग के अधिकारियों सहित पूरा अमला मौके पर पहुंचा है.

अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग की टीम ने कल ही इस हाथी को ट्रैक किया था, लेकिन आज उसका शव पाया गया है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा.

बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से रामानुजगंज और बलरामपुर के जंगल में हाथियों का दल घूम रहा है.

इसी दौरान ये हाथी अपने दल से भटककर धान के खेत की तरफ चला गया.

पखवाड़े भर में 5 हाथियों की मौत

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.

इस घटना से पहले एक नवंबर को बिलासपुर जिले के लोरमी इलाके में करंट से एक हाथी की मौत हो गई थी.

वहीं 26 अक्टूबर को रायगढ़ जिले के घरघोड़ा रेंज के चुहकीमार जंगल में वन विभाग की नर्सरी में करंट लगने से तीन हाथियों की मौत हो गई थी.

इस घटना को हाईकोर्ट ने स्वतः ही संज्ञान में लेते हुए मामले में 4 नवंबर को सुनवाई करते हुए सीएसपीडीसीएल के डायरेक्टर और ऊर्जा विभाग के सचिव से जवाब मांगा था.

गरियाबंद में बम से हाथी का बच्चा घायल

इधर गरियाबंद के उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कोर इलाके में शुक्रवार को पोटाश बम फटने से एक हाथी का बच्चा घायल हो गया है.

बम के विस्फोट से हाथी के जबड़े और पैर में गंभीर चोट आई है.

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के सीतानदी नव परिक्षेत्र के सातलोर इलाके में इन दिनों 40 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है.

जहां पर हाथी का बच्चा घायल हुआ है, वह इलाका रिसगांव में आता है. वहां पर बम का टुकड़ा भी मिला है. वहीं जंगल से लगभग 6 किलोमीटर दूर तक खून के धब्बे मिले हैं.

वन विभाग की टीम ने मौके का मुआयना किया है. जिसमें खून के धब्बे और हाथियों के पगमार्क को ट्रेस किए गए हैं.

वन विभाग की टीम थर्मल ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद से घायल हाथी पर नजर बनाए हुए हैं. हाथी की उम्र लगभग 5 साल है.

घायल हाथी के उपचार के लिए वन विभाग टीम के साथ डॉक्टरों की टीम मौजूद है.

वन विभाग के एसडीओ ने बताया कि विगत तीन दिनों से पोटाश बम से किसी जानवर के घायल होने की आशंका जताई जा रही थी और घायल होने वाले हाथी की खोजबीन की जा रही थी.

रविवार को ड्रोन से पता चला है कि एक छोटा हाथी का बच्चा का जबड़ा सूजा हुआ है और पैर में भी चोट पता चला है.

पोटाश बम लगाने वाले की सूचना देने पर वन विभाग ने 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है.

इस घटना की शिकायत भी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है.

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