बेमेतरा ब्लास्ट को महीना बीता, 8 अब भी ‘लापता’
रायपुर। संवाददाताः छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड फैक्ट्री में हुए विस्फोट की घटना को एक महीने हो गए, लेकिन फैक्ट्री में काम कर रहे लापता मजदूरों के बारे में प्रशासन कुछ भी नहीं बता पा रहा है.
फैक्ट्री में काम करने वाले लापता मजदूरों के परिजन मान चुके हैं कि सदस्यों की मौत हो चुकी है. परिजन, पुलिस और प्रशासन के चक्कर काट-काट कर थक चुके हैं, लेकिन मृतकों के अवशेष के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है.
डीएनए सैंपल लेते वक्त लापता मजदूरों के परिजनों से कहा गया था कि सप्ताह भर के भीतर रिपोर्ट आ जाएगी, लेकिन इस इंतजार में महीना बीत गया है. थानों में परिजन पूछने जाते हैं तो उन्हें शांत रहने को कहा जाता है.
थक-हार कर लापता मजदूरों के परिजन मिट्टी का पुतला बनाकर अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. परिजनों ने मान लिया है कि लापता लोगों की मौत हो चुकी है.
गौरतलब है कि बेमेतरा की बोरसी में स्थित स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री में 25 मई की सुबह 6 बजे जोरदार विस्फोट हुआ था. इस फैक्ट्री में बारूद बनाने का काम होता था. ब्लास्ट में बड़ी संख्या में मजदूर मारे गए थे.
हालांकि प्रशासन अब तक मारे गए लोगों की संख्या नहीं बता पाया है.
जिला प्रशासन ने अब तक एक व्यक्ति की मौत और 8 लोगों के लापता होने की बात पुष्टि की है. ब्लास्ट में 7 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
घटना के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतक व लापता मजदूरों के परिजनों को 30-30 लाख रुपए देने की घोषणा की थी.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी परिजनों को पांच-पांच लाख दिए जाने के निर्देश दिए थे, लेकिन बताया जा रहा है कि यह राशि अब तक परिजनों को नहीं मिली है.
इधर, फैक्ट्री में विस्फोट की घटना की जांच भी ठंडे बस्ते चली गई है.
मामले में स्पेशल ब्लास्ट कंपनी के अधिकारी अवधेश जैन के खिलाफ धारा 286, 337, 304 (ए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 9 बी व सी के तहत मामला दर्ज किया गया है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
ब्लास्ट में फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर सेवकराम की मौत हो गई थी, वहीं घटना के बाद से पुष्पराज देवदास, विजय देवदास, राजू ध्रुव, नीरज ध्रुव, लोकनाथ यादव, शंकर यादव, नरहर यादव, भीष्म साहू लापता हैं.
ब्लास्ट में इंद्रकुमार रघुवंशी, दिलीप ध्रुव, नीरज यादव, चंदन कुमार, मनोहर यादव, रवि कुर्रे, शेषनाथ निषाद गंभीर रुप से घायल हुए थे.