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मलकानगिरि: बच्चों की मौतें जहरीले फल से

भुवनेश्वर | समाचार डेस्क: विशेषज्ञों के अनुसार ओडिशा में हाल ही में हुये सभी बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस से नहीं हुई है. इसके ओडिशा में पाये जाने वाले एक जहरीले फल को जिम्मेदार माना जा रहा है. उन बच्चों के मूत्र परीक्षण से इस बात का खुलासा हुआ है.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी के विशेषज्ञों के अनुसार ओडिशा में हाल में हुई बच्चों की मौत का कारण केवल जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी नहीं थी. विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर बच्चों की मौत इन जहरीले फलों को खाने से हुई है.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी का कहना है कि मृत बच्चों के पेशाब की जांच की गई थी और जिसमें से कई बच्चों के पेशाब में ज़हरीले फल के अंश पाए गये हैं.

ओडिशा में इस फल को जंगली चाकुंडा कहा जाता है.

विशेषज्ञ दल के प्रमुख जैकब जॉन का कहना है कि ये फल एक फली की तरह दिखता है और इसे खाने से दिमाग़, ह्रदय, गुर्दे और मांसपेशियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

विशेषज्ञों की रिपोर्ट आ जाने के बाद ओडिशा की सचिव आरती आहूजा का कहना है कि केवल 32 बच्चों की मौतें इंसेफेलाइटिस से हुई है. जबकि पहले कहा जा रहा था कि 100 बच्चों की मौतें इससे हुई है.

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