मोटापा मतलब मौत को न्योता
कई लोग यह कह दिया करते हैं कि मैं मोटा तो हूं, लेकिन स्वस्थ्य हूं. एक नया अध्ययन हालांकि बताता है कि यह सही नहीं हो सकता. अध्ययन के मुताबिक मोटा व्यक्ति यदि स्वस्थ्य भी रहे, तब भी उसके जल्दी मरने का खतरा अधिक रहता है. निष्कर्ष बताते हैं, कम वजन वाले लोग यदि पूरे स्वस्थ्य नहीं हैं, तब भी उनके जल्दी मरने का खतरा कम रहता है, जबकि मोटे लोग यदि स्वास्थ्य के विभिन्न मानकों पर अपेक्षाकृत अधिक खरा उतरें तब भी उनके जल्दी मरने का खतरा अधिक रहता है.
स्वीडन की यूमिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 13,17,713 व्यक्तियों का अध्ययन किया. ये सभी औसतन 29 साल के थे. वे स्वास्थ्य और जीवन के उत्तरार्ध में मृत्यु के बीच के संबंध और मोटापे का उस पर होने वाले असर को जानना चाहते थे.
अध्ययन के अनुसार, “हल्के लेकिन कम स्वस्थ्य लोगों की तुलना में मोटे लेकिन तंदरुस्त लोग अपेक्षाकृत जल्दी मर सकते हैं.”
समान वजन वाले लोगों के बीच अत्यधिक स्वस्थ्य लोगों में हालांकि कम स्वस्थ्य लोगों की तुलना में किसी अन्य कारण से जल्दी मरने का खतरा 48 प्रतिशत कम होता है.
इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि स्वास्थ्य से मिलने वाला लाभ मोटापा बढ़ने से कम हो जाता है और अत्यधिक मोटे लोगों में स्वस्थ्य होने का कोई विशेष लाभ नहीं मिलता.
यह अध्ययन शोध पत्रिका ‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी’ में प्रकाशित हुआ है.