राजनीतिक हल की कोशिश में ओबामा
वाशिंगटन | एजेंसी: अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बार फिर इराकी नेताओं से इस समस्या का राजनीतिक हल तलाशने को कहा है. गौरतलब है कि इराक में सुन्नी आतंकवादियों के बढ़ते दाबाव के बीच 10 लाख से ज्यादा इराकियों के अपने घर छोड़कर विस्थापित होने की रिपोर्ट सामने आई है.
सोमवार को प्रसारित होने जा रहे साक्षात्कार में ओबामा ने समाचार चैनल सीएनएन से कहा है, “अगर वे ऐसा नहीं करते, तो समस्या का हल सैन्य कार्रवाई से नहीं निकल सकता.”
यूक्रेन और सीरिया में सैनिक हस्तक्षेप में रोड़ा अटकाने वाले ओबामा ने गुरुवार को ही साफ कर दिया था कि अमरीकी सैनिक इराक में युद्ध में शामिल नहीं होंगे, फिर भी वे इराक की सहायता के लिए 300 अमेरिकी सैन्य सलाहकारों को भेजने सहमति जताई है.
ओबामा ने शुक्रवार को सीएनएन को दिए साक्षात्कार में कहा, “हमने इराक को एक समेकित लोकतंत्र अपनाने का मौका दिया.”
उन्होंने कहा कि अमरीका चाहेगा कि इराक देश का एक सशक्त ढांचा तैयार करे जिसमें देश के तीन प्रमुख समुदाय शिया, सुन्नी और कुर्द के लोग शामिल हों.
‘सीएनएन’ के मुताबिक, अमरीका के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि ओबामा प्रशासन का मानना है कि इराक को इस वक्त एकजुट रखने वाले तथा सांप्रदायिक तनाव खत्म करने वाले नेतृत्व की जरूरत है, जबकि प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी में वह क्षमता नहीं है. उनकी सरकार में शिया समुदाय के लोगों का प्रभुत्व है.
सीएनएन ने वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया है कि इराक में अमरीकी सलाहकार शनिवार को पहुंचने वाले हैं.