मोदी, ओबामा के अतिथि बनेंगे
नई दिल्ली | संवाददाता: अमरीकी उप विदेश मंत्री विलियम बर्न्स ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी को अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का निमंत्रण पत्र दिया. इससे मोदी-अमरीकी रिश्तों पर जमी बर्फ को हटाने की अमरीकी कवायद के रूप में देखा जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी सितंबर माह में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भाग लेने अमरीका जायेंगे. उस समय मोदी-ओबामा की बहु प्रतीक्षित बैठक होगी. गौर तलब है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर अमरीकी राष्ट्रपति ने उन्हें फोन पर बधाई दी थी.
गौरतलब है कि 2005 में अमरीका ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेन्द्र मोदी को अमरीकी वीजा देने से इंकार कर दिया था. लोकसभा चुनाव के पहले से ही जब से यह लगने लगा था कि मोदी ही देश के अगले प्रधानमंत्री होने जा रहें हैं, अमरीकी ने राजनीतिक करवट ली थी. तत्कालीन अमरीकी राजदूत को मोदी से मिलने के लिये गांधीनगर भेजा गया था.
अमरीका के लिये भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री को नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है. भारत विश्व की एक तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है जिसके साथ व्यापारिक संबंध रखना अमरीका की मजबूरी है. इसलिये यह पहले से ही तय माना जा रहा था कि रिश्तों पर जमी बर्फ को हटाने की पहल अमरीका को ही करनी होगी.
उधर, मोदी के प्रस्तावित अमरीकी दौरे को देखते हुए वहां के भारतीय समुदाय ने न्यूयार्क तथा न्यूजर्सी में उनके स्वागत के लिये तैयारियां अभी से शुरु कर दी है.