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अब धमधा-घोटा के पास देखा गया बाघ

साजा|संवाददाताः छत्तीसगढ़ के साजा परिक्षेत्र के मुख्यालय के आश्रित ग्राम खैरी, गाड़ाडीह, गोडमरा में शुक्रवार को बाघ देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत है.

यह क्षेत्र रिहायशी इलाके से लगा हुआ है. इसलिए यहां के ग्रामीणों में भय का वातावरण बना हुआ है.

क्षेत्र में जगह-जगह बाघ के पंजे के निशान मिले हैं. वन विभाग की टीम फुटमार्क की जांच कर रही है.

कल वन विभाग की टीम दिन भर क्षेत्र में सर्चिंग की, पर कहीं भी बाघ दिखाई नहीं दिया.

वन विभाग व जिला प्रशासन ने क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी को देखते हुए ग्रामीणों से सतर्क रहने अपील की है.

एसडीओ फारेस्ट बेमेतरा वीएन दुबे का कहना है कि सबसे पहले 16 जनवरी को महुआभाट फिर 17 जनवरी को अतरझोला में पग मार्क मिले थे. इसके बाद लगातार अलग-अलग गांव में शेर देखे जाने की जानकारी ग्रामीण दे रहे हैं. सूचना के आधार पर वन विभाग द्वारा लगातार सर्चिंग की जा रही है.

उन्होंने बताया कि इन दिनों पूरा वन अमला बाघ ढूंढने में लगा हुआ है. इसके लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा. लेकिन अब तक बाघ दिखाई नहीं दिया है.

उन्होंने कहा कि गंडई क्षेत्र से भटककर बाघ जरूर यहां आ गया होगा. हो सकता है वापस भी लौट चुका होगा. इसलिए उसकी आहट नहीं मिल रही है.

बाघ के पंजे के निशान भी पाए गए

साजा क्षेत्र में सप्ताह भर से बाघ के विचरण करने की चर्चा है. इस बात की पुष्टि बाघ के पंजे के निशान से की गई है.

बताया गया कि शुक्रवार को धमधा (घोटा) के गाड़ाडीह के पास राह चलते कुछ ग्रामीणों ने बाघ को काफी करीब से देखने का दावा किया है.

इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगते ही काफी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए. आस-पास गांव से भी लोग पहुंच गए थे.

इस बीच वन विभाग को इसकी जानकारी मिली और वन विभाग की टीम पहुंच कर सर्चिंग अभियान शुरू की.

देर रात तक वन विभाग की टीम बाघ की तलाश करते रहे, पर बाघ कहीं भी दिखाई नहीं दिया.

शाम होते ही घरों में दुबक रहे ग्रामीण

बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से साजा अनुविभाग क्षेत्र के अलग-अलग गांव में बाघ देखे जाने की जानकारी मिल रही है.

इससे पहले महुआभाठा, तेंदूभाठा, अतरझोला, सहसपुर, बुंदेली और साजा के बिजली ऑफिस के पास बाघ देखे जाने की जानकारी मिली थी.

इसके बाद साजा से तीन किलोमीटर दूर ग्राम बोड में बाघ के खेत में छिपे होने की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग को दी थी.

इसके बाद से प्रशासनिक अमला रोज बाघ की तलाश में यहां-वहां भटक रहा है. आस-पास के सभी गांवों में मुनादी कराई जा रही है.

जब से क्षेत्र में बाघ देखे जाने की चर्चा है तब से सुबह मॉर्निंग वॉक में जाने वाले लोग घर में दुबके हुए हैं.

वहीं शाम को 7 बजे के बाद नगर एवं क्षेत्र के ग्रामवासी अपने-अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.

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