स्कैम नहीं इनकम हो रहा है: मोदी
बर्नपुर | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा अब देश में घोटाले नहीं आय होने की खबरे हैं. उन्होंने कोयला घोटाले का उदाहरण देते हुये कहा कि अब कोयले घोटाले की खबरे नहीं कोयले की नीलामी से राज्यों को आय होने की खबर मिल रही है. उन्होंने विदेशी वित्तीय संस्थाओं द्वारा भारत को तेजी से विकास कर रहे देश के रूप में मान्यता देने के बारे में भी बताया. नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा नीतियों में बदलाव किए जाने से भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से विकास करने वाला देश बन गया है. मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले के बर्नपुर में 16,000 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिकीकृत आईआईएससीओ इस्पात संयंत्र को देश को समर्पित करते हुए कहा, “फरवरी, मार्च और अप्रैल 2014 के दौरान सिर्फ घोटालों की खबरें आ रही थीं – कोयला घोटाला, पनडुब्बी घोटाला, हवा घोटाला, पानी घोटाला और जमीन घोटाला.”
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन मोदी ने कहा, “इस नई सरकार का एक साल पूरा होने जा रहा है और आज कोयला घोटाला की नहीं बल्कि कोयला नीलामी की खबरें हैं.”
उन्होंने कहा, “आज सरकार को तीन लाख करोड़ रुपये की आय होने की खबर है, न कि 1.74 लाख करोड़ रुपये के कोयला घोटाले की.”
मोदी ने कहा कि कोयला नीलामी के सरकार के फैसले से देश के राज्य समृद्ध हुए हैं.
उन्होंने कहा, “पहले होता यह था कि कोई नेता पत्र देकर कह देता था कि फलां को कोयला खदान दे दिया जाए और बिना किसी औपचारिकता के उसे खदान आवंटित कर दिया जाता था. इससे सरकार को एक पैसे की भी आय नहीं होती थी. लेकिन हमने उसे बंद कर दिया है और नीलामी शुरू कर दी है.”
मोदी ने कहा, “हमने यह भी तय किया कि नीलामी से होने वाली आय केंद्र को नहीं, बल्कि राज्यों को मिलेगी.”
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और कोयला भंडार वाले अन्य राज्यों को नीलामी का फायदा मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि खदानों की रॉयल्टी से संबंधित राज्य में कल्याणकारी कार्यो के लिए एक फाउंडेशन की स्थापना की गई है.
मोदी ने कहा, “अधिकतर खदानें जनजातीय क्षेत्रों में हैं, जहां जनजातीय समुदायों को कल्याणकारी कार्यो का कोई लाभ नहीं मिल पाता है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “इसलिए हमने रॉयल्टी के पैसे से एक फाउंडेशन बनाने का फैसला किया और इस पैसे का उपयोग संबंधित जिले में कल्याणकारी कार्यो पर होगा.”
देश में इस्पात आयात पर मोदी ने नाखुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह विडंबना है कि हम लौह अयस्क का निर्यात करते हैं और इस्पात का आयात करते हैं. यदि हम गेहूं का निर्यात करें और रोटी दूसरे देश से खरीदें तो इस तरह देश नहीं चलेगा. यदि हमारे पास लौह अयस्क है, तो हम इस्पात बनाएंगे.”
उन्होंने कहा, “एक साल पहले पूरा विश्व भारत को खारिज कर चुका था, लेकिन आज एक साल के भीतर पूरी दुनिया, चाहे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष हो या विश्व बैंक या रेटिंग एजेंसियां, वे एक स्वर में कह रही हैं कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से विकास कर रहा देश है.”