रसायन का नोबेल पुरुस्कार घोषित
स्टॉकहोम | एजेंसी: रॉयल स्वीडिश अकादमी ने बुधवार को इस वर्ष के लिए रसायन के क्षेत्र में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की. अकादमी ने इस वर्ष जटिल रासायनिक प्रक्रियाओं को समझाने के लिए कंप्यूटर मॉडल तैयार करने वाले तीन वैज्ञानिकों को रसायन के क्षेत्र में दिया जाने वाला नोबेल पुरस्कार प्रदान करने के लिए चुना है.
नोबेल के लिए तीनों वैज्ञानिकों के नामों की घोषणा करते हुए अकादमी ने कहा, “तीनों वैज्ञानिकों ने रसायन शास्त्र की जटिल प्रक्रियाओं को कंप्यूटर की मदद से जानना संभव बना दिया.”
तीनों वैज्ञानिकों ने जटिल रासायनिक प्रणाली के लिए कई स्तरों वाला मॉडल प्लास्टिक की गेंद और छड़ी की मदद से तैयार किया लेकिन अब ये मॉडल कंप्यूटर की सहायता से भी बनाए जा सकते हैं.
अकादमी ने एक वक्तव्य में कहा, “तीनों वैज्ञानिकों ने जटिल रासायनिक संरचनाओं को समझाने वाले मॉडल्स को प्लास्टिक की गेंदों और छड़ी का उपयोग कर विकसित किया है. आज इस मॉडलिंग का प्रयोग कंप्यूटरों में किया जा रहा है.”
अकादमी का कहना है कि इस मॉडल की मदद से मानव शरीर की जटिलताओं को कंप्यूटर सिमूलेशन के जरिए समझने में मदद मिली. इन जटिल रासायनिक प्रक्रियाओं को समझने के बाद उत्प्रेरकों, दवाइयों एवं सौर ऊर्जा प्रणाली को उन्नत करना और उनका सही इस्तेमाल करना संभव और आसान हो गया.
उनकी इस खोज से फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में स्मार्ट दवाइयां बनाने की नई विधा की नींव पड़ी. रसायन के लिए नोबेल पाने वाले तीनों अमेरिकी वैज्ञानिक वास्तव में मूलरूप से अलग-अलग देशों के हैं. 83 वर्षीय मार्टिन कारप्लस का जन्म आस्ट्रिया में हुआ, तो 66 वर्षीय माइकल लेविट ब्रिटिश मूल के हैं और 72 वर्षीय आरिया वार्शेल इजराइल में जन्मे हैं.
नोबेल पुरस्कारों की घोषणा के बाद जर्मनी की अंतर्राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता ‘डाइचे वेली’ ने वार्शेल के हवाले से कहा, “हमने जो काम किया है, उसका उद्देश्य यह पता करना है कि प्रोटीन कैसे काम करता है. यह एक घड़ी को देखने जैसा है और यह जानना भी कि घड़ी कैसे काम करती है.”
इस वर्ष दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कारों में अब तक चिकित्सा विज्ञान, भैतिकी और रसायन के क्षेत्र में दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है.
उल्लेखनीय है कि नेबेल पुरस्कारों की घोषणा अमूमन अक्टूबर में की जाती है और यह 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में पुरस्कार विजेताओं को प्रदान किया जाता है. पुरस्कार के तहत प्रतीक चिह्न और लगभग 12 लाख डॉलर प्रदान किए जाते हैं.