रायपुर मॉब लिंचिंग मामले में 5 दिन बाद भी कोई गिरफ़्तारी नहीं
रायपुर । संवाददाता: छत्तीसगढ़ के आरंग में भैंसों को लेकर जा रहे दो लोगों की हत्या के मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं हुई है. पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं.
पुलिस का दावा है कि इस मामले में विशेष जांच टीम बनाई गई है और जांच जारी है.
इधर कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने और बाद में एक विधायक और पूर्व मंत्री के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों को छोड़े जाने की चर्चा भी है. हालांकि पुलिस इससे इंकार कर रही है.
इस घटना में घायल सद्दाम क़ुरैशी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.
इधर पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है और दूसरी ओर हत्या की श्रेणी में नहीं आने वाली आपराधिक मानव वध की धारा 304 का मामला भी दर्ज किया है.
क़ानून के जानकारों का कहना है कि दोनों ही धाराएं एक दूसरे की विपरीत हैं और आने वाले दिनों में यह मामला और उलझ सकता है.
बुरी तरह पीटा और पुल से नीचे फेंक दिया
शुक्रवार की रात दो से ढ़ाई बजे के बीच भैंस ले कर जा रहे सहारनपुर उत्तरप्रदेश के चांद मिया और गुड्डू ख़ान की भीड़ ने हत्या कर दी थी. इसके अलावा सद्दाम हुसैन को बुरी तरह से घायल कर दिया था.
स्थानीय लोगों का कहना है कि तीनों युवक महासमुंद ज़िले के बरौदा मवेशी बाज़ार पहुंचे थे. वहां उन्होंने भैंसें ख़रीदीं और भैंसों को ट्रक में भरकर ओडिशा के लिए निकल गए.
लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने इनका पीछा किया जिसके बाद इन्होंने रायपुर जाने का फ़ैसला किया.
इसी दौरान आरंग के पास महानदी के पुल पर बाइक सवार लोगों ने उनकी गाड़ी को रोका और उन्हें बुरी तरह से पीटा.
घायल सद्दाम क़ुरैशी ने एक वायरल वीडियो में माना कि भीड़ ने उन्हें पीटा और फिर पुल से नीचे फेंक दिया.