निर्भया कांड में फिर टली फांसी
नई दिल्ली | डेस्क: निर्भया कांड के अपराधियों की फांसी दूसरी बार फिर से टल गई है. पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों की फांसी को अगले आदेश तक टाल दिया है.
पैरा मेडिकल की 23 वर्षीय छात्रा से 16-17 दिसंबर 2012 की मध्यरात्रि को छह लोगों ने चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म किया था और उसे सड़क पर फेंक दिया था. उसे इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था जहां 29 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में देश भर में विरोध प्रदर्शन हुये थे और आरोपियों को फांसी की सज़ा देने की मांग की गई थी.
शुक्रवार को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे दोषियों की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रखा था.
अदालत में बहस के दौरान तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने कहा था कि एक दोषी की ही दया याचिका लंबित है. ऐसे में दूसरों को फांसी दी जा सकती है. लेकिन दोषियों के वकील ने इसका विरोध किया.
गौरतलब है कि एक अपराधी विनय की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है. निचली अदालत ने 17 जनवरी को मामले के चारों दोषियों मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को मौत की सजा देने के लिए दूसरी बार ब्लैक वारंट’ जारी किया था, जिसमें एक फरवरी को सुबह छह बजे तिहाड़ जेल में उन्हें फांसी देने का आदेश दिया गया.
इससे पहले सात जनवरी को अदालत ने फांसी के लिए 22 जनवरी की तारीख तय की थी.