जनलोकपाल के पैरोकार भ्रष्टाचार में फंसे
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: मीडिया सरकार के स्टिंग आपरेशन में आप के सात नेता फंस गये हैं. हैरत करने वाली बात है कि कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ जनांदोलन करने वाले कुमार विश्वास स्वयं आरोपी हैं. कुमापर विश्वास के साथ आम आदमी पार्टी के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आर के पुरम की उम्मीदवार शाजिया इल्मी को इस स्टिंग आपरेशन में नगद पैसे स्वीकार करने तथा सीधे वालिंटयर को सैलरी देने की बात कही गयी है.
आप के नेता को यह कहते हुए पाया गया है कि ‘मीडिया आउटडोर वाले को डायरेक्ट कैश पे कर सकते हैं… ये होर्डिंग वगैरा…मैं मीडिया कंपनी से डील करा दूंगा…’. मीडिया सरकार के स्टिंग आपरेशन में अरविंद केजरीवाल की सहयोगी शाजिया इल्मी को यह कहते हुए दिखाया गया है कि ‘ तो आप ये कर सकते हैं हमारे वॉलंटियर्स को पे कर सकते हैं सीधे…हम उसको उसमें दिखा देंगे… हमारे वॉलंटियर्स हैं उनकी सेलेरी हो जाएगी…जो ज्यादा नहीं है बीस बीस हजार है…चार पांच होंगे…’.
मीडिया सरकार के स्टिंग आपरेशन में कुमार विश्वास को अपने कवि सम्मेलन के लिये नगद पैसे की मांग करते हुए दिखाया गया है. जबकि कुमार विश्वास इस पर कहना है कि मैं पैसे नगद लू या चेक से उससे क्या फर्क पड़ता है. इन्होंने कहा कि मैं टैक्स देता हूं. वहीं आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि भ्रष्टाचार साबित होने से उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हट जाना पड़ेगा. गुरुवार को आप की ओर से एक प्रेस कांफ्रेस कर कहा गया है कि 24 घंटे में जांच कर उचित कदम उठाया जायेगा. प्रेस कांफ्रेस में बताया गया कि स्टिंग आपरेशन के असंपादित टेप को देखकर ही फैसला लिया जायेगा.
गौर तलब है कि इससे पहले अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाया था कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में उनके नाम का उपयोग किया जा रहा है. अन्ना हजारे ने कहा था, “मौजूदा मुद्दा सिम कार्ड का है जो उन्होंने मेरे नाम पर बेचा है. मेरा इससे लेनादेना नहीं है.” उन्होंने कहा कि किसी ने एक अदालत में सिम कार्डो को लेकर अर्जी दायर कर दी है. कभी अन्ना के घनिष्ट सहयोगी रहे अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के नाम से राजनीतिक दल बनाया है तथा पहली बार उन्होंने दिल्ली विधानसभा से अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं.
मीडिया सरकार द्वारा आप के सात नेताओं का स्टिंग आपरेस कर उसे सार्वजनिक किये जाने से आप को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जो कभी भ्रष्टाचारियों को जेल भिजवा देने की बात करते थे अब उन्हें ही अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की सफाई देनी पड़ रही है. दो दिन पहले आप द्वारा संकल्प पत्र के रूप में जो घोषणा पत्र पेश किया गया था उसमें दिल्ली के अधिकांश विभागों में भ्रष्टाचार की बात कही गयी थी. उस संकल्प पत्र में दिल्ली से भ्रष्टाचार मिटाने के लिये आप को जितवाने की अपील भी की गई थी.
फिलहाल आप स्वयं भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में है.