जोरो से चल रही नोटों की छपाई
भोपाल | संवाददाता: रिजर्व बैंक नगदी की समस्या से निपटने के लिये तेजी से नोट छाप रही है. मध्यप्रदेश के देवास स्थित जिस सिक्युरिटी प्रिंटिग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की यूनिट में नोटों की छपाई होती है वहां काम करने के लिये रिटायर्ड कर्मचारियों को भी बुला लिया गया है. उन्हें 15 हजार माहवार देकर काम कराया जा रहा है.
देवास में इस समय सबसे ज्यादा 2000 रुपये के नोट छापे जा रहे हैं. कर्मचारियों के लंच के समय को कम कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि रोज दो कंटेनर नोट रिजर्व बैंक देवास से भेजे जा रहें हैं.
नोटों की छपाई बढ़ाने के लिये कर्मचारियों के लिये इंसेंटिव की घोषणा कर दी गई है. ज्यादा नोट छापने पर अलग से पैसे मिलेंगे.
वहां काम करने वाले एक कर्मचारी ने बीबीसी संवाददाता को बताया कि, “ऊपर से नीचे तक हर कर्मचारी इस वक़्त दबाव में काम कर रहा है. पहले कभी भी इस तरह के दबाव का सामना नहीं करना पड़ा है. इस वक़्त यहां के कर्मचारी देश की ज़रूरत पूरी करने में लगे हैं. वहीं उन्हें डर है कि काम में थोड़ी सी ग़लती उनके लिए मुश्किल पैदा कर सकती है.”
मिली जानकारी के अनुसार इसी तेजी से होशंगाबाद के सिक्युरिटी पेपर मिल में काम चल रहा है जहां से नोटों के लिये कागज की सप्लाई होती है.