और फंसे मुशर्रफ
इस्लामाबाद | एजेंसी: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ इस्लामाबाद में हुए सैन्य कार्यवाही के समय छात्रों की हत्या का नया मामला दर्ज किया गया है. गौर तलब है कि इस्लामाबाद की लाल मस्जिद पर सैन्य कार्रवाई के दौरान छात्र मारे गये थे. पुलिस ने कहा कि संघर्ष में करीब 100 लोगों की मौत हुई थी. इनमें से अधिकांश धार्मिक छात्र और सुरक्षाकर्मी थे.
लाल मस्जिद पर कार्रवाई के दौरान मस्जिद का उप प्रमुख अब्दुल रशीद गाजी, उसकी मां और भतीजा भी मारे गए थे. मृत गाजी के बेटे हारून रशीद ने मुशर्रफ के खिलाफ हत्या का मामला दायर करने के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में अपील की थी. मुशर्रफ उस समय देश के राष्ट्रपति थे.
पुलिस ने पहले मामला दर्ज करने से इस आधार पर मना कर दिया था कि वह अपनी कानूनी शाखा से परामर्श के बाद ही कोई फैसला लेगी. लेकिन पुलिस ने अब मुशर्रफ के खिलाफ औपचारिक रूप से कार्रवाई शुरु कर दी है. मुशर्रफ, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या सहित अन्य आरोपों का पहले से ही सामना कर रहे हैं. पूर्व राष्ट्रपति पर वयोवृद्ध कबायली नेता नवाब अकबर अली बुगती की हत्या का भी आरोप है, जो 2006 में बलूचिस्तान में एक सैन्य अभियान में मारे गए थे.
ज्ञात्वय रहे कि मुशर्रफ ने 2008 में राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था और चार वर्ष के निर्वासन के बाद इस वर्ष मार्च में पाकिस्तान लौटे हैं. फिलहाल वे इस्लामाबाद में अपने घर में नजरबंद हैं. कहा तो मुशर्रफ चुनाव लड़ने आये थे और कहा एक के बाद एक मुकदमों में फंसते जा रहा हैं.