नेपाल में पर्यटन घटा
काठमांडू | एजेंसी: नेपाल में अप्रैल में आए विनाशकारी भूकंप से देश के पर्यटन क्षेत्र को खासा नुकसान पहुंचा है. यह क्षेत्र नेपाल की आय के प्रमुख स्रोतों में से एक है. देश में सितंबर से पर्यटकों की बड़ी मात्रा में आवाजाही शुरू हो जाती है. इसे देखते हुए नेपाल प्रचारों के जरिए और विदेशों द्वारा जारी यात्रा परामर्श में ढील करवाने के प्रयासों से पर्यटन उद्योग को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा हैं.
नेपाल पर्यटन बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि इस बार मई और जून में भारत से कुछ ही पर्यटक यहां आए, जबकि इस दौरान भारत में स्कूलों की छुट्टियां होने की वजह से बड़ी मात्रा में पर्यटक घूमने आते थे. नेपाल में भारत से लगभग एक चौथाई विदेशी पर्यटक आते हैं.
नेपाल पर्यटन बोर्ड की वरिष्ठ प्रबंधक उज्जवला डाली ने कहा, “इस बार मई और जून में यहां भारतीय पर्यटक उस तादाद में नहीं पहुंचे हैं. हालांकि अक्टूबर में दशहरे की छुट्टियों के दौरान हम भारतीय पर्यटकों का स्वागत करने को लेकर आश्वस्त हैं.”
उन्होंने बताया कि पैसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन ने पर्यटन क्षेत्र में हुए नुकसान को सुधारने के लिए योजना तैयार की है और नेपाल पर्यटन बोर्ड यूरोपीय संघ के अलावा ब्रिटेन, अमरीका, आस्ट्रेलिया जैसे देशों से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रचारात्मक गतिविधियां शुरू करेगा.
डाली ने कहा, “नेपाल पर्यटन सीजन तक इस क्षेत्र को वापस पटरी पर ले आएगा.”
उन्होंने कहा कि सितंबर और अक्टूबर में ट्रेकिंग ट्रैक खुलते हैं और सितंबर-नवंबर और फरवरी-अप्रैल तक मौसम सैलानियों के लिए काफी अच्छा होता है.
उन्होंने कहा, “दिसंबर और जनवरी में विश्व के कई देशों में छुट्टियां होती हैं और इस वजह से यहां पर्यटक आते हैं.”
पर्यटन नेपाल का दूसरा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा अर्जक क्षेत्र है और यह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के जरिए देश की जीडीपी में लगभग 12 प्रतिशत का योगदान करता है.
नेपाल पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि 25 अप्रैल को आए विनाशकारी भूंकप में कई प्रमुख विरासत स्थल और ट्रेकिंग मार्ग नष्ट हो गए थे.
यहां ग्रांड होटल के स्थानीय प्रबंधक अमिर के. प्रधानंगा ने कहा, “बुनियादी ढांचे को हुई क्षति के बारे में कुछ रिपोर्टो में बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है. भूकंप का केंद्र काठमांडू नहीं था. यदि आप शहर में जाओगे तो देखोगे कि अधिकतर नई इमारतों को वास्तव में क्षति नहीं पहुंची है. अब जिंदगी सामान्य है.”
नेपाल पर्यटन बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी रमेश कुमार अधिकारी ने कहा कि ऐसे अनुमान थे कि इस साल नेपाल में 40 प्रतिशत कम और 2016 में 20 प्रतिशत कम पर्यटक आएंगे.
डाली का कहना है कि नेपाल में ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर्यटक घूम सकते हैं. इनमें ‘गोल्डन ट्राइंगल ऑफ पोखरा’, ‘चितवन’ और ‘काठमांडू’ शामिल हैं.